कोर्ट के निर्देश पर डॉक्टर अनुज सरकारी पर हुआ मुकदमा दर्ज
शनिवार को गोरखपुर की एससी/एसटी अदालत ने डॉक्टर अनुज सरकारी के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के आदेश जारी कर दिए। जैसे ही इसकी जानकारी आम लोगों और विभिन्न संगठनों को हुई तो लोगों ने प्रसन्नता व्यक्त की। लोगों का कहना है कि यह सच्चाई की जीत है। जिस तरह से डॉक्टर और उसके गुर्गों द्वारा सिपाही पंकज के साथ मारपीट की गई थी और फिर उसी के खिलाफ मुकदमा दर्ज करा उसे जेल भिजवाया गया था। यह बात समझ से परे थी। लेकिन माननीय कोर्ट के निर्देश पर डॉक्टर के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है, यह आम लोगों की जीत है।
पीड़ित सिपाही के पक्ष में लंबी लड़ाई लड़े बीजेपी MLC देवेंद्र प्रताप सिंह
सिपाही की पिटाई फिर प्रभावों का इस्तेमाल कर उसे जेल भिजवाने का मामला गोरखपुर में काफी चर्चित रहा है। पीड़ित सिपाही के पक्ष में कई संगठनों ने प्रदर्शन कर दबंग डॉक्टर पर मुकदमा दर्ज करने की मांग किए। इसमें प्रमुख रूप से बीजेपी MLC देवेंद्र प्रताप सिंह भी शामिल रहे।बता दें कि एससी/एसटी कोर्ट के आदेश पर डॉक्टर के खिलाफ जाति सूचक गालियां, बलवा मारपीट, बर्बरता और जानलेवा हमला करने के आधार पर मुकदमा दर्ज करने के आदेश जारी किए हैं।
जानिए गोरखपुर का “हथौड़ा कांड”
पिछले तीन महीने पहले कैंट थाना अन्तर्गत डॉक्टर अनुज सरकारी के क्लीनिक पर 3/4 अक्टूबर 2024 को सिपाही पंकज कुमार और डॉक्टर के बीच मामूली कहा सुनी के बाद विवाद हो गया था। आरोप था कि डॉक्टर और उसके गुर्गों द्वारा सिपाही को जमकर पीटा गया। वहीं डॉक्टर का आरोप था कि सिपाही अगले दिन क्लीनिक पर पहुंचा और उसने डॉक्टर के चेंबर में घुसकर हथौड़े से सर पर वार कर दिया था। हमले में डॉक्टर घायल हुआ था।
डॉक्टर के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की थी भारी मांग
इस मामले में जमकर राजनीति हुई थी। विरोध में सड़कों पर प्रदर्शन भी हुए थे। ज्यादातर लोग सिपाही के पक्ष में खड़े होकर डॉक्टर की गिरफ्तारी की मांग कर रहे थे। जबकि पुलिस द्वारा सिपाही पंकज कुमार के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जेल भेजा गया था। लोगों की मांग थी कि डॉक्टर के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज किया जाए। लेकिन अब शनिवार को मुकदमा दर्ज होने के बाद लोगों में प्रसन्नता का माहौल है।लोग इसे न्याय की जीत बता रहे हैं