फ्री में मिलेगी IUI सुविधा
BRD मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. रामकुमार जायसवाल और इंफरटिलिटी स्पेशलिस्ट डॉ. सोम सिंह ने इस नए सेंटर का शुभारंभ किया। डॉ. सोम सिंह ने बताया कि देश में 20 से 25 प्रतिशत दंपति संतान सुख से वंचित हैं और इनमें से लगभग 40 प्रतिशत मामलों में समस्या पुरुषों में होती है। IUI प्रोसेस उन दंपतियों के लिए एक प्रभावी समाधान है जिनके लिए पुराने सभी उपचार असफल रहे हैं।
IUI प्रोसेस का 20% है सक्सेस रेट
IUI प्रोसेस में पुरुष के स्पर्म को वॉश करके और उसकी क्वालिटी सुधारकर, इसे महिला की बच्चेदानी में इंप्लांट किया जाता है। यह प्रोसेस सुरक्षित है और इसका सक्सेस रेट 20% तक होता है। इस प्रोसेस को तीन से चार बार तक रिपीट किया जा सकता है, स्पेशली उन दंपतियों के लिए जिनकी शादी को 6 साल से कम समय हुआ हो और महिला की उम्र 35 साल से कम हो। डॉ. रामकुमार ने बताया कि आजकल की बिजी लाइफस्टाइल और देर से हो रही शादी के कारण बांझपन के मामले काफ़ी तेजी से बढ़ रहे है। इस IUI सेंटर का उद्देश्य ऐसे दंपतियों को पूरी तरह फ्री इलाज प्रदान करना है और फ्यूचर में इस सुविधा का एक्सपेंशन भी किया जाएगा।
उद्घाटन के मौके पर गायनेकोलॉजी और ऑब्स्टेट्रिक्स डिपार्टमेंट की चीफ डॉ. रूमा सरकार, डॉ. शिखा मुखीजा, वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. रीना श्रीवास्तव, डॉ. राधा जीना, डॉ. नीला राय शर्मा, डॉ. वाणी आदित्य, डॉ. रीता सिंह, डॉ. सुधीर गुप्ता, और डॉ. खुतैजा बानो सहित कई अन्य मेडिकल स्पेशलिस्ट भी मौजूद थे।
पहले दिन 25 दंपत्तियों का किया गया IUI उद्घाटन के बाद पहले दिन ही प्रैक्टिकल सेशन भी आयोजित किया गया। जूनियर डॉक्टरों को सीमन एनालिसिस, स्पर्म प्रीपरेशन, अल्ट्रासाउंड आदि की जानकारी दी गई। गायनेकोलॉजी और ऑब्स्टेट्रिक्स डिपार्टमेंट की HOD डॉ. रूमा सरकार ने बताया कि पहले दिन 25 दंपत्तियों का सफल IUI किया गया। मेडिकल कॉलेज में यह सुविधा पूरी तरह से फ्री है, जबकि प्राइवेट हॉस्पिटल में इसका खर्च काफी महंगा होता है।