जल्द जारी होगा डायल नंबर पशुओं के एंबुलेंस के लिए डायल 112, 102 और 108 नंबरों की तरह यहां भी कॉल पर सुविधा मिलेगी। इसके लिए डायल नंबर जल्द ही जारी किया जाएगा। यह व्यवस्था वैसे तो जनवरी में शुरू होने वाली थी लेकिन आचार संहिता लागू होने के वजह से यह योजना टल गई। कर्मचारियों की भर्तियां शुरू हो गई हैं। इसके बाद जिलों में एंबुलेंस भेज दी जाएगी।
25 जिलों में शुरू होगी व्यवस्था पहले चरण में यह सुविधा गोरखपुर, नोएडा, मेरठ, कानपुर, वाराणसी, महाराजगंज, कुशीनगर, देवरिया आदि जिलों में शुरू हो रही है। मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी भूपेंद्र नारायण सिंह ने बताया कि एक लाख पशु की आबादी पर एक एंबुलेंस सेवा दी जा रही है। गोरखपुर में 5 लाख 42 हजार पालतू गाय और भैंस हैं। इसलिए यहां पांच एंबुलेंस आएगी। देवरिया में भी पांच एंबुलेंस भेजी जाएगी। कुशीनगर में तीन और महाराजगंज में दो एंबुलेंस आएंगी। एंबुलेंस में पशुओं को उपचार दिया जाएगा। अगर इसके बाद भी आराम नहीं मिलता है, तो हाइड्रोलिक लिफ्ट की मदद से जानवरों को लादकर पशु अस्पतालों में लाया जाएगा। यह सेवा 24 घंटे उपलब्ध रहेगी।
जिलों में तैनात होगी इतनी एंबुलेंस हरदोई-खीरी-सीतापुर में 12, रायबरेली में 9, उन्नाव में 10, चित्रकूट में 5, हमीरपुर में 4, महोबा में 3, बांदा में 3, कानपुर नगर में 7, कानपुर देहात में 8, औरैया में 5, इटावा में 5, कन्नौज में 7, फर्रुखाबाद में 6, कौशांबी में 5, फतेहपुर में 8, प्रतापगढ़ में 11, प्रयागराज में 13, मिर्जापुर में 8, सोनभद्र में 7, चंदौली में 7, भदोही में 4, जौनपुर में 11, वाराणसी में 6, आजमगढ़ में 9, बलिया में 7, मऊ में 4, गाजीपुर में 9, अंबेडकरनगर में 6, अमेठी में 7, अयोध्या में 6, बाराबंकी, 8, सुल्तानपुर में 7, श्रावस्ती में 3, बलरामपुर में 4, बहराइच में 8, गोंडा में 8, बस्ती में 5, सिद्धार्थनगर में 3, संतकबीरनगर में 2, गोरखपुर में 5, देवरिया में 5, महराजगंज में 2 और कुशीनगर में 3 एंबुलेंस सेवा दी जाएगी।