Gonda News:
गोंडा जिले की नगर कोतवाली पुलिस और एसओजी सर्विलांस टीम की संयुक्त कार्रवाई में एक बड़े गिरोह का भंडाफोड़ हुआ है। वाहनों के फर्जी रजिस्ट्रेशन करने वाले गिरोह के दो सदस्यों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस की पूछताछ में कई राज सामने आए हैं। इन शातिर जालसाजो ने बताया कि आरटीओ कार्यालय में सांठ गांठ कर वाहनों के रजिस्ट्रेशन प्रमाण पत्र का सरकारी कागज प्राप्त किया जाता था। तथा इसके बाद ग्राहकों को नकली रजिस्ट्रेशन प्रमाण पत्र बनाकर दिया जाता था। इन अभियुक्तों द्वारा फर्जी दस्तावेज बनाने हेतु विभिन्न कार्यालयों की नकली मोहरें बनवायी गयी थी।
आरटीओ ऑफिस की मिलीभगत से चल रहा था गोरखधंधा
आरटीओ ऑफिस के पास वाहनों के फर्जी रजिस्ट्रेशन प्रमाण पत्र बनाने का खेल चल रहा था। इसकी गहराई से जांच होने पर इसमें आरटीओ ऑफिस के कई बाबू भी जांच के दायरे में आ सकते हैं। क्योंकि आरोपियों ने पुलिस को बताया कि वह ऑफिस से सरकारी रजिस्ट्रेशन के कागज प्राप्त करते थे। कौन इनको सरकारी रजिस्ट्रेशन के कागज दे रहा था। फिलहाल यह जांच का विषय है।
इनको मिली सफलता
इस गिरोह का खुलासा करने वाली पुलिस टीम में उप निरीक्षक केदार राम, शादाब आलम, प्रशिक्षु उपनिरीक्षक अविनाश सिंह, पूजा वर्मा, हेड कांस्टेबल शैलेन्द्र यादव, पंकज सिंह, सतवंत सिंह, अमित यादव, अमित तोमर व सीमा वर्मा शामिल रहे। अपर पुलिस अधीक्षक बोले- दो आरोपी भेजे गए जेल
अपर पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार रावत ने बताया कि आरोपियों के पास से कूटरचित रजिस्ट्रेशन के 6 प्रमाण पत्र, 37 नकली मोहरें, 170 वाहनों के रजिस्ट्रेशन प्रमाण पत्र बनाने के लिए खाली पेपर व 3 मोबाइल फोन बरामद किया गया है। इनके खिलाफ केस दर्ज कर जेल भेज दिया गया है। आगे जांच की जा रही है।