सबसे चौंकाने वाला नाम गाजीपुर से घोषित किया गया है। जम्मू-कश्मीर के उप राज्यपाल मनोज सिन्हा की सीट रही गाजीपुर से इस बार पारसनाथ राय को उतारा गया है। अभी तक उनके नाम की कहीं कोई चर्चा नहीं थी।
पारसनाथ को मनोज सिन्हा का बेहद करीबी माना जाता है। मनोज सिन्हा के अब तक हुए सभी चुनाव में पारस नाथ ही पूरी जिम्मेदारी संभालते रहे हैं। चुनाव का संचालन करते रहे हैं। गाजीपुर में पारस नाथ का मदन मोहन मालवीय समेत कई कॉलेज हैं। मनोज सिन्हा इनके कॉलेज में हर साल होने वाले कार्यक्रमों में जरूर आते हैं। अक्सर गाजीपुर में पारसनाथ के ही घर मनोज सिन्हा रुकते भी हैं।
सिखड़ी निवासी पारसनाथ राय भले भाजपा में उतने सक्रिय नहीं रहे लेकिन शुरू से ही संघ से जुड़े हैं। वे संघ के संघ सेवक रहने के साथ ही विद्यार्थी परिषद के प्रदेश सह मंत्री और इस समय संपर्क प्रमुख के पद पर रहे हैं। पिछले साल जंगीपुर क्रय विक्रय संघ के अध्यक्ष पद पर निर्विरोध निर्वाचित हुए थे। पारसनाथ के बेटे आशुतोष राय भाजयुमो के प्रदेश अध्यक्ष रहे हैं।
भाजपा ने 2014 और 2019 में मनोज सिन्हा को गाजीपुर से उतारा था। 2014 में वह सांसद बने और मोदी सरकार में रेल राज्यमंत्री की भी जिम्मेदारी संभाली थी। 2019 में सपा-बसपा गठबंधन से उतरे अफजाल अंसारी से वह हार गए थे। इस बार भी अफजाल अंसारी सपा से मैदान में उतर चुके हैं। बसपा ने अभी प्रत्याशी का ऐलान नहीं किया है।