प्राॅब वायर सिस्टम मीटर रीडिंग से जुड़ी तकनीक है। अब तक मीटर रीडिंग की जो व्यवस्था थी उसमें मीटर रीडर बिजली उपभोक्ताओं के घर जाकर मीटर चेक करते थे और मीटर की जांच कर मैन्युअल तरीके से मीटर रीडिंग नोटकर उसी आधार पर बिजली का बिल निकालते थे। मैन्युअली रीडिंग होने के चलते कई बार इसमें धांधली और गलत रीडिंग की गुंजाइश रहती थी। अक्सर गलती से मीटर रीडिंग गलत लिख जाने से भी बिजली का बिल बढ़कर आता। इसके बाद उपभोक्ता को बिल सही कराने के लिये दफ्तरों के चक्कर लगाने पड़ते।
इसका समाधान करने के लिये विद्युत विभाग अब प्राॅब वायर सिस्टम इस्तेमाल करेगा। रमीटर रीडर उपभोक्ता के घर जाएगा और वहां प्राॅब वायर को सीधे मीटर में यूएसबी के जरिये उसके मीटर से कनेक्ट कर उसे मोबाइल से जोड़ देगा। कनेक्ट करते ही मीटर की असल रीडिंग तुरंत मोबाइल पर आ जाएगी, जिसे प्रिंट कर उपभोक्ताओं को दे दिया जाएगा। बताते चलें कि बिजली विभाग में जो शिकायतें आती हैं उनमें बिजली बिल गलत आने की काफी शिकायतें होती हैं। ऐसे में विभाग का ये नया सिस्टम उपभोक्ताओं कोइस समस्या से राहत दिला सकता है।
ऐसे काम करता है प्राॅब वायर सिस्टम
प्राॅब वायर को मीटर में यूएसबी के जरिये जोड़कर मोबाइल से कनेक्ट किया जाएगा। कनेक्ट होते ही मीटर की सारी फीडिंग ईर डाटा मोबाइल पर आ जाएगा। न सिर्फ बिजली की सही खपत पता चलेगी बल्कि यह भी बताएगा कि कनेक्शन पर लोड कितने का है। इससे बिजली चोरी भी रुकेगी ईर गलत बिजली का बिल भी नहीं बनेगा। मीटर रीडिंग में किसी तरह का फेर बदल मुमकिन नहीं। सभी मीटरों में प्राॅब वायर डिवाइस लगाया जाएगा।
क्या कहते हैं अधिकारी
विद्युत विभाग गाजीपुर सदर के एक्सईएन मनीष कुमार ने बताया कि 9 किलोवाट से अधिक लोड वाले कनेक्शन के मीटरों पर ये सिस्टम लागू था। अब इसे एक किलोवाट तक लागू किया जा रहा है। सभी जिलों में तीन महीने का ट्रायल चल रहा है। कई बार मीटर रीडर रीडिंग करने नहीं जाते थे ईर बिना गए ही बिल बनाकर भेज देते थे। पर अब ऐसा नहीं चलेगा। बिना उपभोक्ता के घर जाकर मीटर से केबल कनेक्ट किये बिल नहीं निकलेगा।