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पैरेंट्स एसोसिएशन के पहुंचने पर हुआ यह खुलासा
जीपीए (गाजियाबाद पैरेंट्स एसोशिएशन) के संरक्षक बसपा नेता सत्यपाल चौधरी, अध्यक्ष सीमा त्यागी, अनिल सिंह, मनोज शर्मा, संजय शर्मा, साधना सिंह व विवेक त्यागी आदि स्कूल पहुंचे तो पता चला कि स्कूल प्रबंधन के पास तो दसवीं कक्षा तक की सीबीएसई की मान्यता ही नहीं है। स्कूल प्रबंधक वरुण त्यागी ने जीपीए को बताया कि उसने कविनगर स्थित होली एंजिल स्कूल के माध्यम से बच्चों को प्रवेश दिलाया है। जीपीए के पदाधिकारी कविनगर स्थित होली एंजिल स्कूल पहुंचे और छुट्टी के बावजूद स्कूल प्रबंधन को स्कूल के आफिस में पहुंचने को कहा। स्कूल प्रबंधन स्कूल तो पहुंच गया लेकिन पैरेंट्स और जीपीए पदधिकारियों को गुमराह करता रहा।
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जिस स्कूल से ली थी मान्यता वह सीबीएसर्इ में निकला ब्लैक लिस्टिड
जीपीए के सदस्यों ने सीबीएसई की देहरादून शाखा में सम्पर्क किया। इस पर सीबीएसई के अधिकारियों ने बताया कि यह स्कूल ब्लैक लिस्टिड है और इसके खिलाफ सीबीएसई की तरफ से कानूनी कार्रवाई की जा रही है। जीपीए के सदस्यों का कहना था कि पहले तो सैंकड़ो बच्चों के भविष्य का सवाल है। इसलिए पहले छात्रों को परीक्षा में शामिल करने का इंतजाम किया जाए। हंगामा बढ़ने पर होली एंजिल ने कुछ भाजपा नेताओं को बुलाना शुरू कर दिया। इससे गुस्साए जीपीए पदाधिकारियों ने पुलिस बुला ली।
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भाजपा नेताआें के आश्वासन के बाद शांत हुए पैरेंट्स
कविनगर थाने में गहमा गहमी चलती रही। इस बीच भाजपा नेताओं ने जिला विद्यालय निरीक्षक से बात करने और छात्रों को परीक्षा में बैठने का आश्वासन दिया। वहीं जीपीए के पदाधिकारी सत्यपाल चौधरी ने बताया कि सोमवार को वे पैरेंट्स के साथ जिला विद्यालय निरीक्षक से मिलेंगे।चौधरी ने सरकार पर आरोप लगाया कि फीस रेगुलेटरी बिल लाने का दावा करने वाली सरकार बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ कर रही है। सरकार की नाक के नीचे छात्रों से रकम ऐंठकर उन्हें दाखिला दिलाया जा रहा है, लेकिन फर्जी संस्था चला रहे शिक्षा माफिया और दलाल रकम ऐंठकर भी छात्रों के भविष्य के साथ सरेआम खिलवाड़ कर रहे हैं।