पुलिस अब फरार मोनू व योगेश की तलाश में दबिश दे रही है। शेखर और नवीन में पुरानी रंजिश चल रही थी। कई बार कहासुनी भी हुई थी। इसी के चलते नवीन की शेखर ने हत्या कराई। एक अप्रैल को प्रॉपर्टी डीलर व ठेकेदार नवीन भारद्वाज की गोलियों से भूनकर हत्या कर दी गयी थी।
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आरोपित बिना नंबर की बाइक पर आए थे। मामले में स्वजन ने उखलारसी के ही शेखर चौधरी समेत अन्य के खिलाफ हत्या की धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। मरने से पहले शेखर का नाम नवीन ने भी अपने परिवार के लोगों को बताया था। पुलिस की छानबीन में सामने आया कि शेखर घटना से एक सप्ताह पहले एक अन्य मामले में जमानत तुड़वाकर जेल चला गया था।आकांक्षा दुबे की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में भी किया गया खेल, आखिर क्या है मामला?
डीसीपी ग्रामीण रवि कुमार ने बताया “पुलिस को रात में मुखबिर से सूचना मिली कि नवीन की हत्या करने वाले आरोपित गंगनहर पर मौजूद हैं और कहीं जाने की फिराक में लगे हैं। पुलिस ने घेराबंदी कर दी। पुलिस को देखते ही आरोपितों ने फायरिंग झोंक दी।”डीसीपी ग्रामीण रवि कुमार ने बताया “अपने बचाव में पुलिस ने भी गोली चलाई। दोनों के पैर में गोली लगी है। आरोपितों की पहचान आयुष व साहिर निवासी बनत आदर्श मंडी शामली के रूप में हुई। दोनों ने पुलिस को बताया कि वे शेखर चौधरी गैंग के सक्रिय सदस्य हैं।
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शेखर के इशारे पर उखलारसी के मोनू व योगेश ने उनको नवीन की हत्या करने के लिए बुलाया था। 28 मार्च को वे रैकी करने आए थे। 29 मार्च को वापस चले गए और फिर एक अप्रैल को वारदात को अंजाम दिया।”डीसीपी ने बताया “आरोपितों की घटना में प्रयुक्त बाइक, दो पिस्टल, सात जिंदा कारतूस व दो खोखे बरामद किए गए हैं। मोनू, योगेश फरार है। इनकी तलाश में पुलिस की टीम दबिश दे रही है। इन दोनों ने आयुष व साहिर को एक लाख रुपए पहले दे दिए थे। घटना से जुड़े कई तथ्य मोनू, योगेश की गिरफ्तारी के बाद सामने आएंगे। शेखर को भी पीसीआर पर लेकर उससे पूछताछ होगी।”