अक्षय तृतीय को देखते हुए सर्राफा कारोबारियों की तरफ से विशेष व्यवस्था की गई है। लोगों की पंसद को ध्यान में रखते हुए गुजरात, मुंबई, राजस्थान और कोलकत्ता से हल्के और भारी गहने मंगवाए हैं। गाजियाबाद में तराशे गए आभूषणों को पूरे देश में पसंद किया जाता है। यहां के आभूषणों को पीली धातु कहा जाता है। इनमें मुख्य रूप से सोने का ही प्रयोग किया जाता है। लेकिन अन्य जगह के आभूषणों में नग, स्टोन आदि का भी प्रयोग किया जाता है। अक्षय तृतीया के लिए बाजार में कलर्ड स्टोन लगी ज्वैलरी भी उतारी गई है । एमेरल्ड रुबी, सफायर के छोटे-छोटे पीस, हीरे जड़े आभूषण और जेम्स ज्वैलरी भी बाजार में उपलब्ध हैं।
गाजियाहबाद सर्राफा बाजार में प्रतिदिन आठ से दस करोड़ रुपये का कारोबार होता है। यहां करीब 500 थोक और रिटेलर ज्वैलर्स एवं सप्लायर हैं। 10 हजार से ज्यादा आभूषण तराशने वाले मैन्यूफैक्चरर्स हैं। इन सभी को अक्षय तृतीया से काफी उम्मीदें हैं। दीपाली ज्वैलर्स के ऑनर गौरव गर्ग के मुताबिक दोपहर के समय में काम धीमा है, संभावना है कि नौकरीपेशा वर्ग शाम तक बाजार की तरफ रूख करेगा।
ऑटो मोबाईल कंपनियों की आई मौज अक्षय तृतीय के मौके पर आज ऑटो मोबाईल कंपनियों की जमकर चांदी हुई। मारूति सुजूकी के सेल्स मैनेजर अमित कुमार के मुताबिक अक्षय तृतीया पर बड़ी तादाद में लोग कार खरीदना पसंद कर रहे है। आज अकेले गाजियाबाद में मारूति के चार शोरूम से करीब सत्तर गाड़ियां खरीदी गई है। इनकी औसतन कीमत चार करोड़ अस्सी लाख रूपये है। इसके अलावा अन्य कार कम्पनियों के शोरूम पर भी इसी तरीके की स्थिति है। ऐसे में ये अक्षय तृतीय मंदी के तौर में बड़ी राहत है।