ऑक्सीजन कॉन्सेंट्रेटर और ऑक्सीजन सिलेंडर में क्या है फर्क, जानिए
गाजियाबाद के ऑक्सीजन सप्लाई नोडल अधिकारी सेंथिल पांडियन व कार्यवाहक जिला अधिकारी कृष्णा करुणेश और सीडीओ स्मिता लाल के अलावा स्वास्थ्य विभाग से जुड़े अधिकारियों के साथ ऑक्सीजन प्लांट की याेजना तैयारी की है। इस मीटिंग में मुख्य रूप से उद्यमियों काे बुलाया गया था। मीटिंग में उद्यमियों काे ऑक्सीजन प्लांट लगाने का प्रस्ताव प्रशासन की ओर से दिया गया ताे उद्यमी भी तैयार हाे गए। इस तरह गाजियाबाद में कुल सात नए ऑक्सीजन प्लांट लगाए जाने पर मुहर लग गई है।ऑक्सीजन कॉन्सेंट्रेटर और ऑक्सीजन सिलेंडर में क्या है फर्क, जानिए
नोडल अधिकारी सेंथिल पांडियन ने बताया कि जिस तरह से जलकर में कोविड-19 ( COVID-19 )संक्रमित मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है उसे देखते हुए जिले में ऑक्सीजन की मांग एकाएक बढ़ गई है। ऑक्सीजन की पूर्ति के लिए उद्योगपतियों से वर्ता की गई है। निर्णय हुआ है कि कोरोनो वायरस ( Corona virus ) के इस काल में कुल सात ऑक्सीजन प्लांट लगाए जाएंगे। उन्होंने बताया कि जिले में कई बड़ी औद्योगिक इकाईयां हैं। ये इकाइयां अपनी कुल आय का 2 प्रतिशत सीएसआर जमा करती हैं। कई कंपनियों के पास काफी सीएसआर फंड बचा है। इसलिए इस संकट के दौर में प्रशासन ने ऑक्सीजन की कमी को दूर करने के लिए इस फंड का इस्तेमाल ऑक्सीजन प्लांट लगाने पर खर्च किए जाने की सहमति दी है।