मंगलवार काे इसी मामले काे लेकर कांग्रेस नेता पीड़ित परिवार से मिलने के लिए दिल्ली एनसीआर से रवाना हुए लेकिन इन्हे मुरादनगर में ही राेक लिया गया। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मंत्री सतीश शर्मा और प्रमोद कृष्णम का एक डेलिगेशन शामली में पीड़ित ब्राह्मणों के परिवार से जा रहा था। इस बात की जानकारी गाजियाबाद पुलिस को मिली तो पुलिस ने इस डेलिगेशन को गंग नहर पर रोक लिया और साफ कह दिया कि वह शामली नहीं जा सकते उन्हे इसकी अनुमति नहीं दी जाएगी।
शामली के हसनपुर में हुए दो पक्षों के झगड़े के बाद अब पश्चिमी उत्तर प्रदेश में राजनीति गरमा रही है। इसी के चलते कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मंत्री सतीश शर्मा और आचार्य प्रमोद कृष्णम पीड़ित परिवार से मिलने के लिए निकले थे। कांग्रेस के डेलिगेशन की कार काे पुलिस ने मुरादनगर गंग नहर पर रुकवा लिया। इस दाैरान काफी देर तक बहस और तनातनी हाेती रही लेकिन पुलिस ने इन्हे शामली जाने की इजाजत नही दी। इसके बाद कांग्रेस के डेलिगेशन के नेताओं का गुस्सा आसमान पर पहुंच गया और पुलिस प्रशासन एवं भाजपा सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई।
इस दौरान आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा कि योगी सरकार (BJP government ) में ब्राह्मणों पर लगातार अत्याचार हो रहे हैं। हाल में ही ना जाने कितने ब्राह्मणों की हत्या हुई है और हर जगह ब्राह्मणों को दबाया जा रहा है। बावजूद इसके सरकार इन अत्याचारों काे गंभीरता से नहीं ले रही। अब अगर कांग्रेस का डेलिगेशन पीड़ित परिवार से मिलने जा रहा है ताे उन्हे भी रोकाक जा रहा है। पुलिस की इस कार्रवाई पर सवाल उठाते हुए उन्होंने कहा कि क्या देश में कर्फ्यू लगा है ? जो उन्हें नहीं जाने दिया जा रहा या फिर पीड़ित परिवार से मिलना गुनाह है ? सवाल किया कि आखिर किस बेस पर उन्हें पीड़ित परिवार से मिलने नहीं जाने दिया जा रहा है।
इसके बाद भी जब काेई सटीक जवाब नहीं मिला तो इन्हाेंने साफ कह दिया कि चाहे कुछ भी हाे जाए वह पीड़ित परिवार से मिलने अवश्य जाएंगे और ब्राह्मणों पर हो रहे अत्याचार के खिलाफ आवाज उठाई जाएगी।