दरअसल, लगातार दो बार के सांसद वीके सिंह को तीसरी बार भी टिकट मिलने की पूरी उम्मीद थी। 24 मार्च होली के दिन तक वह आश्वस्त थे और उन्होंने होली मिलन समारोह आयोजित किया। भाजपा ने जब प्रत्याशियों की तीसरी लिस्ट जारी की तो इसमें उनका नाम नहीं था, उनके स्थान पर पार्टी ने शहर विधायक अतुल गर्ग को प्रत्याशी बनाया है। तभी से वीके सिंह ने
गाजियाबाद से दूरियां बना ली थीं।
■ भाजपा की ओर से 27 मार्च को प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन में योगी पहुंचे थे, लेकिन वीके सिंह नहीं पहुंचे। इससे पहले कभी ऐसा नहीं हुआ कि सीएम गाजियाबाद में आए और स्थानीय सांसद उनके साथ नहीं रहे।
■ वीके सिंह का टिकट कटने के बाद क्षत्रिय समाज के लोगों ने प्रेसवार्ता कर नाराजगी जता दी थी। भाजपा प्रत्याशी अतुल गर्ग के नामांकन के दिन राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) ने गाजियाबाद में जनसभा की, लेकिन वीके सिंह न तो जनसभा और ना ही नामांकन में शामिल रहे।