बच्चे की मौत से सदमें में हैं परिजन
परिजनों ने बताया कि मात्र छह साल की उम्र में गर्वित हम सब सो छोड़कर चला गया। उन्हें बड़ा अच्छा लगेगा कि गर्वित की आंखों से दो लोग इस दुनिया को देख सकेंगे। गर्वित ने जो दुनिया नहीं देखी, वह अपनी आंखों की मदद से देख सकेंगा। गर्वित के परिजनों ने बताया कि शव के अंतिम संस्कार करने को सब रिश्तेदार मोर्चरी पहुंच चुके थे। इस दौरान एक डॉक्टर रिश्तेदार ने गर्वित के परिजनों को आंखे दान करने की बात कही। इसी बात से प्रेरित होकर परिजन गर्वित आंखे दान करने के लिए तैयार हो गए।
जिस शेड से गिरने से गर्वित के साथ हादसा हुआ, उसकी अभी तक मरम्मत नहीं कराई गई है। न ही टूटी शेड को बदला गया है आैर न ही शेड के आसपास कोई चेतावनी संबंधित पत्र या पोस्टर चस्पा किया गया आैर नहीं ग्रिल आदि की बैरिकेटिंग की गई। आम दिनों की तहर सोसायटी के लोग वहां से गुजर रहे थे। किसी के मन में हादसे को लेकर कोई डर नहीं था। आपको बताते चले कि कौशाम्बी स्थित अंतरिक्ष ग्रीन सोसायटी में शिखर गर्ग का बेटा गर्वित (6) करीब 12 बजे अन्य बच्चों के साथ बिल्डिंग की सातवीें मंजिल पर खेल रहा था। खेलने के दौरान उसकी बॉल दूसरी मंजिल पर प्लास्टिक के शेड पर जा गिरी। गर्वित बॉल को उठाने के लिए जैसे ही दूसरी मंजिल पर आकर शेड पर पहुंचा, तभी शेड अचानक टूट गई और गर्वित नीचे बेसमेंट में जा गिरा। इसमें उसके सिर और छाती में गंभीर चोटें आईं। गंभीर हालत में गर्वित को वैशाली के मैक्स अस्पताल रेफर कर दिया। जहां इलाज के दौरान बच्चे की मौत हो गई थी।