इन लोगों ने डीएम को दी चेतावनी, कहा- नहीं तो हो जाएगा सांप्रदायिक बवाल, प्रशासन में हड़कंप गाजियाबाद के पुराने प्रतिनिधि और लोगों का कहना है कि नारायण दत्त तिवारी का गाजियाबाद से विशेष लगाव था। वह गाजियाबाद के लिए बहुत कुछ करना चाहते थे। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बनने के 10 माह बाद ही एनडी तिवारी ने गाजियाबाद को जिला बनाया था। उन्होंने 14 नवंबर सन 1976 को प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू की जयंती पर गाजियाबाद को जिला बनाने की घोषणा की थी। यह एनडी तिवारी का पहला मुख्यमंत्री कार्यकाल था। तिवारी का गाजियाबाद से काफी लगाव रहा और वह कई बार गाजियाबाद आए।
नारायण दत्त तिवारी के निधन के बाद पूर्व सांसद सुरेंद्र गोयल ने गहरा दुख व्यक्त करते हुए बताया कि नारायण दत्त तिवारी ने यहां के प्रतिनिधियों द्वारा भेजे गए तमाम प्रस्तावों को पास करते हुए कई तरह की सौगात गाजियाबाद को प्रदान की थीं। उसके बाद से ही गाजियाबाद का नाम देशभर में प्रसिद्ध हुआ। उन्होंने कहा कि जिस वक्त गाजियाबाद को जिला बनाया गया था तो तमाम तरह की चुनौतियां भी सामने आई थीं, लेकिन तिवारी को पहले कार्यकाल में कुछ कम समय मिला था। हालांकि दूसरे व तीसरे कार्यकाल में उन्होंने गाजियाबाद जिले को बहुत कुछ प्रदान किया था। बहरहाल गाजियाबाद के पुराने जनप्रतिनिधि और बुजुर्ग आज भी नारायण दत्त तिवारी के निधन पर गहरा शोक व्यक्त कर रहे हैं।
बच्चों की खातिर बरगद के पेड़ पर चढ़ा ये शख्स, देखते ही अधिकारियों में मची भगदड़ वहीं नोएडा में ईएसआई हॉस्पिटल, नेहरू युवा केंद्र और शहर के सबसे पुराने सेक्टर-12 स्थित प्रियदर्शनी पार्क का उद्घाटन भी नारायण दत्त तिवारी ने ही किया था। उन्हें नोएडा के विकास का जनक भी कहा जाता है। यूपी के मुख्यमंत्री और प्रदेश अध्यक्ष रहते हुए वे कई बार नोएडा आए थे।