बारिश ने सहारनपुर में ढाया सबसे ज्यादा कहर दो दिन में 10 मौतें
उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में लगातार हो रही बरसात से एक के बाद एक मकान ढहने की दुर्घटनाएं हो रही हैं। इस कड़ी में शुक्रवार देर रात सहारनपुर के गंगाेह थाना क्षेत्र में एक मकान की छत गिर गई। इसके मलबे में दबकर परिवार के छह सदस्याें की माैत हाे गई। मरने वालाें में चार बच्चे आैर इनके माता-पिता शामिल हैं। इस परिवार में कुल 7 सदस्य थे। इनमें से अब सिर्फ एक बच्चा जिंदा बचा है। इस बच्चे को भी इलाज के लिए अस्पताल भर्ती कराया गया है। इससे पहले गुरुवार को भी सहारनपुर में मकान की छत गिरने से एक ही परिवार के 11 लोग मलबे में दब गए थे। इनमें से तीन की मौत हो गई। बाकी घायलों को जिला अस्पताल में उपचार चल रहा है। इससे पहले हुई एक अन्य दुर्घटना में कमरे की छत गिर जाने से मलबे में दबक 45 वर्षीय व्यक्ति की मौत हो गई थी। यह दाेनाें दुर्घटनाएं ग्रामीण क्षेत्राें में हुई, जबकि एक अन्य दुर्घटना शहर के बीचाें-बीच माेहल्ला चाैंताला में घटी, लेकिन गनीमत यह रही कि इस दुर्घटना में काेई हताहत नहीं हुआ। इन सीरियल दुर्घटनाआें के बाद सहारनपुर के लाेग दहशत फैल गई है।
मेरठ में अब तक आधा दर्जन की मौत
मेरठ. तीन दिनों से जारी बारिश ने मेरठ जिले में कई लोगों की जान ले ली है। वहीं,कई के घरों के चूल्हे भी बुझा दिए हैं। प्रशासनिक आंकड़ों के अनुसार बारिश से अब तक जिले में तीन दिन में मकान गिरने और छत गिरने की 30 से अधिक घटनाएं हो चुकी हैं। वहीं, बारिश के कहर से अब यहां आधा दर्जन लोगों की मौत हो चुकी है। सरधना के पिठलोकर गांव में शनिवार को छत गिरने से एक महिला की मौत हो गई। गनीमत ये रही कि हादसे में महिला की छह पुत्रियां और एक पुत्र बाल बाल बच गए। इसके अलावा सरधना के खेड़ा गांव में लगातार हो रही बारिश के कारण दो मंजिला मकान भरभराकर गिर गया, जिसमें परिवार के 11 सदस्य दब गए। मलबे में दबे लोगों को ग्रामीणों ने निकाला और घायलों को उपचार के लिए अस्पताल भेजा गया। जहां चिकित्सकों ने दो को मृत घोषित कर दिया है। वहीं, ईदगाह रोड़ नई बस्ती में शकील मालिक का मकान गिरने से शकील घायल हो गया। नवाबगढ़ी में दिलशाद का मकान गिर गया।, जिससे उसका सारा सामान मलबे में दब गया। कपसाढ में ब्रहमपाल शर्मा और विनोद शर्मा का मकान गिर गया। पिठलोकर गांव में सफाक पुत्र सद्दीक का मकान गिर गया, जिसमें कई लोग बुरी तरह घायल हो गया। चांदसरा हाल्ट के पास बने रेलवे अंडरपास में भरे पानी में नहाने गए युवक की पानी में डूबकर मौत हो गई। इससे पहले भावनपुर में गुरुवार को दो लोगों की मौत हो गई थी। वहीं, बारिश से मेरठ खादर हस्तिनापुर के गांवों में बाढ जैसे हालात बेकाबू हो गए हैं। भारी बारिश के चलते कब्रिस्तान भी पानी की चपेट में आ गया है, जिससे शव दफनाने के लिए भी ग्रामीणों को भारी मशक्कत का सामना करना पड़ रहा है। दरअसल,यहां हरिद्वार से गंगा का पानी छोड़ने की वजह से स्थिति विकराल हो गई है। बारिश से ग्रामीण क्षेत्रों और पुराने शहर में मकान गिरने की कई घटनाएं हो चुकी है।
शामली में तीन मकान किरने से एक की मौत 10 घायल
बारिश के यूपी के शामली जिले में भी जमकर कहर बरपाया। यहां भारी बारिश के चलते शनिवार को अबतक तीन मकान भरभराकर गिर गए। थानाभवन क्षेत्र के गांव रशीद गढ़ में मकान गिरने की वजह से मलबे में एक महिला सहित पांच लोग दब गए। पुलिस ने ग्रामीणों की मदद से सभी को बाहर निकालकर सभी घायलों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया है। इसके अलावा कैराना के कोतवाली क्षेत्र के मोहल्ला गुलशन नगर में भारी बारिश के चलते एक मकान गिरने से मलबे में दबकर 5 वर्षीय मासूम बच्चे की मौत हो गई। इसके अलावा कांधला थाना क्षेत्र के मौहल्ला खेल में भारी बरसात की वजह से एक मकान गिर गया। मकान के मलबे में एक ही परिवार के 5 लोग दब गए। यहां भी पुलिस ने ग्रामीणों की मदद से शबी लोगों को बाहर निकाला। परिवार के सभी लोगों की हालत गंभीर बताई जा रही है। घायलों की गंभीर हालत देखते हुए सभी घायलों को हायर सेंटर रेफर किया गया है। भारी बारिश की वजह से शामली शहर का ये हाल है कि यात्रियों से भरी बस मुज़फ्फरनगर डिपो की अंडर पास में भरे पानी में फंस गई। यह घटना थाना थानाभवन क्षेत्र के रेलवे अंडरपास है। इस घटना के बाद यात्रियों में चीख पुकार मच गई। जिस वक्त ये घटना हुई बस में करीब 50 यात्री है मौजूद थे। हालात को देखते हुए आनन-फानन में स्थानीय लोगों ने ट्रैक्टर-ट्रॉली और जेसीबी की मदद से यात्रियों को बाहर निकाला। इस दौरान सीओ थानाभवन पुलिस फोर्स के साथ मौके पर मौजूद रहे।
गाज़ियाबाद में एक मकान गिरने से चार लोग घायल
गाजियाबाद के निवाड़ी थाना क्षेत्र के पतला इलाके में दो मंजिला इमारत का बड़ा हिस्सा भरभराकर गिर गया। इस हादसे में तीन बच्चे और एक महिला समेत चार लोग घायल हो गए। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया । जहां एक बच्चे की हालत नाजुक बनी हुई है। इसके अलावा शहर के कैला कालोनी में एक तीन मंजिला बिल्डिंग गिरने के कगार पर पहुंच गई है। बिल्डिंग की जर्जर हालत को देखते हुए उसे काली करा लिया गया है। बताया जाता है कि मोती मस्जिद नाले पर स्थित इस बिल्डिंग में दरारें पड़ गई हैं। इसके अलावा गाजियाबाद के साहिबाबाद इलाके के पॉश राजेंद्र नगर कॉलोनी में घरों के अंदर तक नाले और सीवर का पानी चला गया है । जिससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है । लोगों का आरोप है कि नाले से पानी की निकासी की व्यवस्था नहीं की गई। जिसके बाद पिछले 5 दिनों से ऐसी स्थिति बनी हुई है ।