ज्ञात हो कि दिल्ली-हरिद्वार नेशनल हाईवे-58 से रोजाना तीन राज्यों दिल्ली, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के लाखों वाहन होकर गुजरते हैं। दिल्ली से होते हुए ये हाईवे गाजियाबाद, मेरठ और मुजफ्फरनगर होते हुए उत्तराखंड के रुड़की, हरिद्वार और देहरादून को जोड़ता है। कांवड़ यात्रा के चलते इस हाईवे पर पहले ही भारी वाहनों का प्रवेश प्रतिबंधित कर दिया गया था। वहीं अब वनवे व्यवस्था लागू हो जाएगी। एक लेन पर सिर्फ कांवड़ यात्री चलेंगे तो दूसरे पर सिर्फ हल्के वाहन ही चल सकेंगे।
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साइकिल से देश घूमने का सपना, दो महीने में तय किया 14 राज्यों का सफर भारी वाहन के लिए रूट प्लान बता दें कि दिल्ली से मुजफ्फरनगर-सहारनपुर तक के वाहनों को गाजियाबाद से हापुड़, किठौर होते हुए मीरापुर, बिजनौर के रास्ते देहरादून भेजा जा रहा है। पुलिस चौकी साइलो हापुड़ की तरफ से आने वाले पर खरखौदा और मेरठ जाने पर प्रतिबंध है। वहीं हरिद्वार, सहारनपुर-मुजफ्फरनगर से गाजियाबाद-नोएडा और दिल्ली जाने वाले वाहनों को मीरापुर, मवाना, परीक्षितगढ़ से हापुड़ बाइपास से भेजा जा रहा है।
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गंगा-यमुना का जलस्तर खतरे के निशान पर, बाढ़ प्रभावित लोगों को किया जाएगा एयरलिफ्ट रोडवेज बसों के लिए अलग रूट वहीं, देहरादून, हरिद्वार, सहारनपुर से चलकर दिल्ली, नोएडा, गाजियाबाद और मेरठ जाने वाली रोडवेज बसें मवाना से गंगानगर, किला रोड और जेल चुंगी से विश्वविद्यालय रोड से सोहरागेट बस अड्डा जा सकेंगी। इसके बाद हापुड़ रोड से होते हुए बुलंदशहर, गाजियाबाद, नोएडा और दिल्ली जा सकेंगी।