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सावधान: जुलाई-अगस्त में कोरोना संक्रमण की बढ़ेगी रफ्तार ! कोविड-19 संक्रमित मरीज का होम्योपैथिक विधि से इलाज कराने के लिए गाजियाबाद ( Ghaziabad ) के डीएम अजय शंकर पांडे ने भारत सरकार के आयुष मंत्रालय की होम्योपैथिक इलाज संबंधी गाइडलाइन को लागू किए जाने के लिए अधिकारियों के साथ एक बैठक करते हुए इस योजना पर चर्चा की। इस दौरान आयुष मंत्रालय भारत सरकार के सलाहकार डॉ. नवल भी मौजूद रहे। जहां जिलाधिकारी ने होम्योपैथिक की गाइडलाइन को लागू करने के लिए चिकित्सकों की टीम को संभावना तलाशने के निर्देश दिए। इस दौरान मौजूद कई चिकित्सकों के ने बताया कि भारत सरकार के आयुष मंत्रालय की होम्योपैथिक इलाज संबंधी गाइडलाइन के अंतर्गत गाजियाबाद में पहले ही चरण में कार्रवाई की गई थी। यहां 60 हजार से अधिक लोगों में विभिन्न समूह बनाकर होम्योपैथिक मेडिसन आर्सेनिका एल्बम को वितरित किया गया। यह दवा पंचायत विभाग शिक्षा विभाग और पुलिस विभाग के कर्मचारियों द्वारा वितरित कराई गई, जो कि कोविड-19 के इलाज में काफी प्रभावी मानी गई है।
जिलाधिकारी ने मुख्य विकास अधिकारी को होम्योपैथिक इलाज के लिए प्रथम चरण में की गई कार्रवाई के संबंध में इंपैक्ट एसेसमेंट के निर्देश दिए हैं। इस पूरे मामले में जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह गंभीर है। प्रयास किया जा रहा है कि एलोपैथी के साथ-साथ होम्योपैथिक उपचार भी दिया जाए। होम्योपैथिक उपचार किस तरह से दिया जाना है। इसके द्वितीय चरण के लिए मुख्य विकास अधिकारी की अध्यक्षता में समिति गठित की गई है। इस समिति द्वारा आयुष मंत्रालय के सलाहकार डॉ. नवल के साथ जिले में होम्योपैथिक गाइडलाइन को लागू करने के संबंध में विचार कर आख्या उपलब्ध कराई जाएगी। इस कमेटी में 6 चिकित्सकों को शामिल किया गया है, जिनमें डॉ. आरके गुप्ता नोडल सदस्य बनाए गए हैं। डॉ. मनीष अग्रवाल इस कमेटी के सदस्य हैं। जबकि 3 सदस्य और पदेन होंगे।