नवविवाहिता के मुंह पर टेप और हाथ-पैर बांधकर ससुर, देवर और पति ने किया ऐसा काम कि दहल जाए दिल दरअसल,
स्वच्छ भारत अभियान के तहत गाजियाबाद नगर निगम की महापौर आशा शर्मा ने एक बड़ा कदम उठाया है, जिसे बोर्ड बैठक के अंदर सख्ती से लागू किए जाने की चर्चा की गई। इस योजना के तहत गाजियाबाद की महापौर ने कुत्ता पालने वाले लोगों के लिए एक फरमान जारी किया है। इसके तहत कुत्ते का रजिस्ट्रेशन कराने की बात कही गई है और इस फरमान पर बोर्ड बैठक में भी सभी पार्षदों ने सहमति दे दी है। आशा शर्मा का कहना है कि स्वच्छ भारत अभियान के तहत हमें इस पर भी
ध्यान देना होगा कि यदि हम महंगे कुत्ते खरीद कर घर में लाते हैं और उन्हें घुमाने के लिए पार्कों में छोड़ दिया जाता है, जिससे वह पार्क में भी गंदगी फैलाते हैं। इतना ही नहीं पार्क में घूमने वाले लोगों को कई बार परेशान भी करते हैं, जिनके डर के कारण छोटे बच्चे या महिलाएं पार्क में जा भी नहीं सकते। इसलिए नगर निगम द्वारा एक योजना तैयार की गई है। यदि कोई कुत्ता पालता है तो अब उसका रजिस्ट्रेशन कराना होगा, जिसके लिए अभी ₹5000 जमाकर कुत्ते का रजिस्ट्रेशन कराना अनिवार्य होगा।
नशे में टल्ली दिल्ली और सिक्किम की छात्राआें ने खुलेआम किया ऐसा काम, देखने वाले भी रह गए दंग उधर नगर निगम द्वारा जारी किए गए इस फरमान का कुत्ता पालने के शौकीन लोग काफी विरोध भी करते हुए नजर आ रहे हैं। लोगों का कहना है कि जब नगर निगम पालतू कुत्तों के रजिस्ट्रेशन की बात करता है तो गलियों में घूमने वाले आवारा कुत्तों का कोई इंतजाम क्यों नहीं करता। उन्होंने कहा कि इस महंगाई के दौर में लोगों को अपने घर का खर्चा चलाना मुश्किल हो रहा है और यदि कोई अपने शौक या सिक्योरिटी के लिए कुत्ता पालता है तो उसके लिए अब रजिस्ट्रेशन की बात कही जा रही है जो कि एकदम गलत है।