वीडियो देखने के लिए यहां क्लिक करें-बुलंदशहर का एक ऐसा गांव जहां हर घर से है एक सैनिक
इस जगह पर नाले की गैंस से बनार्इ जा रही चाय
दिल्ली से सटे गाजियाबाद के साहिबाबाद में नाले किनारे एक शख्स चाय बनाकर गुजारा रकता है। वह अब नाले से निकलने वाली गैस से चाय बनाने के प्रयास में जुटे हैं। ये गैस उन्हें पीछे बह रहे नाले से मिल रही है। जिसे मीथेन गैस भी कहा जाता है। मीडिया रिपोर्टस के अनुसार इन्हें उम्मीद है कि यह तरीका कारगार होगा। अगर एेसा हुआ तो नाले किनारे चाय का स्टाॅल लगाने के अलावा स्टाॅल लगाने वाले अन्य लोगों को इसका बड़ा फायदा होगा।
सोती हुर्इ बच्ची के साथ पड़ोसी ने की एेसी घिनाैनी हरकत, जानकर खौल जाएगा आपका खून
काॅलेज के छात्रों ने तैयार किया है प्रोजेक्ट, एेसे निकाल रहे गैस
दरअसल साहिबाबाद के इंद्रप्रस्थ इंजीनियरिंग कॉलेज के एक छात्र ने नाले से गैस निकालने की तकनीक का पायलट प्रोजेक्ट तैयार किया है।इस तकनीक में 200 लीटर के उल्टे ड्रम नाले में डाले गए हैं।ये ड्रम नाले में बह रही मीथेन गैस को पकड़ते हैं।इसके बाद ड्रम में भरी गैस को पाइप के सहारे निकालकर जरूरत वाली जगह तक ले जाते है।वहीं नाले में पानी के बहाव से ड्रम इधर उधर न हिले।इसके लिए उनके अासपास लोहे की जाली लगार्इ गर्इ है।वहीं कॉलेज का दावा है कि पीएम मोदी ने नाले से निकलने वाली गैस से चाय बनने का जो दावा किया।उसमें उन्हीं का जिक्र किया था।इसकी वजह उन्होंने चार साल पहले तकनीक के सहारे एक चायवाले को गैस की सप्लार्इ दी थी।हालांकि काॅलेज का दावा है कि नगर निगम ने उनके प्राेजेक्ट को बंद करवा दिया था।