सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार एसआई भवानी सिंग ने बताया कि ग्राम किरवई की कलाबाई (48), कीर्तनबाई (42), छलियाबाई (38) तीनों देवरानी-जेठानी सुबह खेत में काम करने गईं थीं। दोपहर को घर लौट रही थीं। इसी दौरान पुजेरिन दाई मंदिर के पास राजिम से फिंगेश्वर की ओर जा रही एक तेज रफ्तार अल्टो कार ने उन्हें पीछे से रौंदते हुए फरार हो गई।
मौके पर ही कलाबाई की मौत हो गई। मंझली कीर्तन बाई और छोटी छलियाबाई को राजिम सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पहुंचाया गया। जहां कीर्तन और छलियाबाई की स्थिति को देखते हुए तत्काल रायपुर रिफर किया गया। मृतक का पीएम करने के बाद परिजनों को शव सौंप दिया। कार का पता नहीं चल पाया है। इनके साथ चल रही एक और महिला हारबाई (55) सुरक्षित है और प्रत्यक्षदर्शी भी।
लापरवाही पूर्वक एक साथ तीन महिलाओं को कार से रौंदने की घटना से लोगों में जबरदस्त गुस्सा है। वहीं, हादसे में मृतक के परिजनों ने मुआवजे की मांग की है। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक पुलिस अगर ट्रक, बस और कार की स्पीड पर नियंत्रण रखे तो हादसा होना कम हो जाएगी। कुछ लोगों ने बताया कि कार चालक बेखौफ होकर गाड़ी दौड़ते हैं जिसका नतीजा आम लोगों को भुगतना पड़ता है।