आपको बता दें कि सरकार की तरफ से जो चेतावनी जारी की गई है उसके मुताबिक cyber-attack बड़े पैमाने पर किया जा सकता है जिससे देश की मुख्य टेलीकॉम कंपनियों के ऊपर खतरे के बादल मंडरा रहे हैं। हालांकि अलर्ट जारी होने के बाद तुरंत ही टेलीकॉम कंपनियां एक्शन में आ गई और उन्होंने सतर्कता पैमानों में बढ़ोतरी की है।
इस अलर्ट के जारी होने के बाद ही एयरटेल ने अपने ग्राहकों को एक सिक्योरिटी एडवायजरी जारी कर कहा है कि कंपनी लगातार निगरानी कर रही है। अगले 5-7 दिनों के लिए सिक्योरिटी ऑपरेशन सेंटर को हाई-रिस्क की स्थिति से निपटने के लिए तैयार किया गया है।
आपको बता दें कि कोरोनावायरस की वजह से जो लॉकडाउन लगाया गया है उससे बचने के लिए कंपनियां अपने कर्मचारियों से work-from-home करा रही हैं। ऐसे में साइबर अटैक का खतरा पहले से कहीं ज्यादा हो गया है क्योंकि ज्यादातर लोग टेलीकॉम कंपनियों का लाभ ले रहे हैं ऐसे में अगर किसी तरह का साइबर अटैक होता है तो इससे प्रभावित होने वाले लोगों की संख्या काफी ज्यादा होगी और साइबर अटैक से ना सिर्फ जानकारियों के लीक होने का खतरा है बल्कि लोगों पर फिशिंग का खतरा भी पहले से ज्यादा मंडरा रहा है। अगर साइबर अटैक होता है तो इससे लोगों को लाखों रुपए की चपत भी लग सकती है ऐसे में टेलीकॉम कंपनियों फॉरेन एक्शन मोड में आ गई और उन्होंने सतर्कता लेवल को पहले से काफी ज्यादा बढ़ा दिया है जिससे उनके कस्टमर्स को किसी भी तरह की दिक्कत ना हो।
इस मौके पर एयरटेल ने अपने ग्राहकों से संभावित हमले से बचने के लिए सभी जरूरी सुरक्षा उपाय अपनाने को कहा है। ऐसा करने से ग्राहकों की गोपनीय जानकारियां और उनका पैसा पूरी तरह से सुरक्षित रहेगा और उन्हें किसी भी तरह की दिक्कत का सामना नहीं करना पड़ेगा।
इस तरह से हो सकता है हमला
एयरटेल ने अपने ग्राहकों को साइबर अटैक से बचाने के लिए चेतावनी दी है कि ई-मेल, फिशिंग, संदिग्ध वेबपेज, इंटरनेट लिंक, नेटवर्क से जुड़े अन-अपडेटेड सिस्टम और आईडी चोरी के जरिये साइबर हमले शुरू किए जा सकते हैं। ऐसे में अगर आप बचना चाहते हैं तो एंटी-वायरस और अन्य सॉफ्टवेयर पैच अपडेट करें। सिर्फ एयरटेल ही नहीं बल्कि वोडाफोन-आइडिया ने भी सतर्कता लेवल को पहले से कहीं ज्यादा बढ़ा दिया है जिससे उसके ग्राहकों को किसी तरह का नुकसान ना हो।