भगवान जी बच्चे से – क्यूं, तुम अपने देश से बहुत प्यार करते हो?
बच्चा – नहीं, मैं हिस्ट्री में बहुत कमजोर हूं, मैं अब और युद्ध का इतिहास याद नहीं कर पाऊंगा।
सिर्फ अगरबत्ती(भगवान भरोसे)! एक सरदार जी अंग्रेजी सीखना शुरू करते हैं और कुछ क्लासेज के बाद एक पार्टी में अपनी फैमिली के साथ जाकर इंट्रोडक्शन कुछ ऐसे देते हैं: (वाइफ की तरफ इशारा करते हुए)दिस इज माय सरदारनी
(बेटे की तरफ इशारा करते हुए)दिस इज माय किड
(बेटी की तरफ इशारा करते हुए) दिस इज माय किडनी
स्टूडेंट – आइम सॉरी सर, अच्छी तरह से तो मुझे याद नहीं, लेकिन हां, शायद किताब के पेज नं. ३१ से ५० तक!
बंतो – ये आपने अचानक स्पीड क्यूं बढ़ा दी?
संता – कार के ब्रेक फेल हो गए हैं, मैं सोच रहा हूं कि इससे पहले कि कोई हादसा हो जाए हम सही सलामत घर पहुंच जाएं।
सुरेश – तू ऐसा कर सर्दियों में बर्फ खरीदकर गर्मियों में महंगे दामों में बेच दे। कॉमन सेंस की क्लास चल रही थी…
टीचर, स्टूडेंट से – जब बिजली चमकती है, तो पहले रोशनी और फिर बाद में आवाज क्यूं आती है?
स्टूडेंट – क्योंकि हमारी आंखें आगे और कान पीछे हैं।
संता – अरे, ये तो मैंने ही कैंची से किया है, क्यूंकि बारिश रूक जाएगी तो पता कैसे चलेगा।