दरअसल चेल्सी और टॉटनहम हॉटस्पर के बीच खेला गया रोमांचक मुक़ाबला 2-2 से ड्रा रहा। यह मैच चेल्सी के होम ग्राउंड स्टैमफर्ड ब्रिज में खेला जा रहा था। चेल्सी के मैनेजर थॉमस ट्यूशेल इस मैच रेफरी की भूमिका निभा रहे एंथनी टेलर से नाराज़ थे। हाल्फ टाइम तक चेल्सी इस मैच को 1-0 से जीत रही थी।
मैच में 70 प्रतिशत पॉजिशन उनके पास ही था। 68वें मिनट में पियरे-एमिल होजबर्ज ने एक टैकल किया। उनके इस टैकल से जुर्गन क्लॉप खुश नहीं थे और साफ-साफ देखा जा सकता था कि ये फाउल है। लेकिन रेफरी एंथनी टेलर ने फाउल नहीं दिया और इसका नुकसान चेल्सी को हुआ और टॉटनहम ने गोल दाग दिया।
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अब मुक़ाबला 1-1 पर था। रेफरी के फैसले से चेल्सी के मैनेजर थॉमस ट्यूशेल काफी गुस्से में थे, वहीं टॉटनहम के मैनेजर एंटोनियो कोंटे जश्न मना रहे थे। ऐसे में दोनों के बीच जमकर जुबानी जंग चालू हो गई। लेकिन तभी 77वें मिनट में बेहतरीन गोल करते हुए रीस जेम्स ने चेल्सी क 2-1 से बढ़त दिला दी। अब मैच पूरी तरह से चेल्सी के कब्जे में था और 90 मिनट 2-1 पर समाप्त हुए। तभी इंजरी टाइम दिया गया और 96वें मिनट में हैरी केन ने बेहतरीन गोल दागते हुए स्कोर 2-2 से बराबर कर दिया।
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मैच खतम होने के बाद दोनों कोच हाथ मिलाने आए। तभी ट्यूशेल ने एंटोनियो कोंटे का हाथ ज़ोर से पकड़ लिया। जिसके चलते मार-पीट की नौबत आ गई। दोनों में जमकर जुबानी जंग चलने लगी तभी दोनों टीम के खिलाड़ी वहां पहुंच गए। बाद में इस हरकत के लिए ट्यूशेल और कोंटे को भी मैच रेफरी ने रेड कार्ड दिखाया। उसके बाद दोनों को मैदान से बाहर जाने को कहा गया।
ट्यूशेल ने रविवार को बाद में स्वीकार किया कि उन्हें एफए की सजा का सामना करना पड़ सकता है और अब इस मामले में शासी निकाय एक जांच करेगी। ट्यूशेल ने स्पर्स के दोनों गोलों को देने पर अफसोस जताया और दावा किया कि दोनों ही गोल पूरी तरह से अवैध थे। यह पूछे जाने पर कि क्या उन्हें लगता है कि टेलर को फिर से चेल्सी के मैच में रेफरी बनना चाहिए, ट्यूशेल ने रविवार को जवाब दिया, ‘शायद यह बेहतर होगा कि वह रेफरी का संचालन हमारे मैच में ना करे। लेकिन ईमानदारी से सही निर्णय लेने में मदद करने के लिए हमारे पास वीएआर भी है।”