दो दिन से ड्रोन कैमरों को शहर के ऊपर दौड़ाया जा रहा था। इनके द्वारा उन मकानों की छतों को चिह्नित कराया है जहां पर पत्थर एकत्रित कर रखे गए थे। अब इन मकान मालिकों के खिलाफ नोटिस जारी कर कार्रवाई की जा रही है। डीएम चंद्रविजय सिंह और एसएसपी सचिंद्र पटेल ने बताया कि रविवार और सोमवार को लगातार शहर के ऊपर ड्रोन कैमरों को उड़ाया गया। इस दौरान नालबंद चौराहा, उर्वशी तिराहा, मोहल्ला राजपूताना, नैनी ग्लास, जाटवपुरी के मकानों की स्थिति को देखा गया। ये वो इलाके हैं जहां से शुक्रवार को पथराव और फायरिंग की घटना को अंजाम दिया गया था।
अधिकारियों ने बताया कि ड्रोन कैमरों में इन मोहल्लों के 57 मकानों को चिह्नित किया है। इन मकानों के ऊपर छतों पर ईंट और पत्थरों को टुकड़ों में स्टोर किया गया है। ऐसा माना जा रहा है कि इन पत्थरों को जरूरत पर पथराव में प्रयोग किया जाता है। इन मकानों के फोटो निकालने के बाद उन मोहल्लों में जाकर चिह्नीकरण कराया जा रहा है। मकान मालिकों के नाम प्रकाश में आते ही सभी 57 मकान मालिकों को नाम से नोटिस जारी कर कार्रवाई की जाएगी।
एसएसपी ने बताया कि तमाम मकानों का जायजा लिया है। इसकी रिपोर्ट तैयार की जा रही है। इसके अलावा अगर लोगों ने अपने मकानों के ऊपर रखे ईंट पत्थरों को नहीं हटाया तो वे चिह्नीकरण के दायरे में आएंगे। ड्रोन कैमरों में कैद होने पर उनको नोटिस के साथ कार्रवाई झेलनी पड़ेगी। एसएसपी ने कहा कि भले ही इस समय कोई बच जाए लेकिन अब शहर के उन हिस्सों में लगातार ड्रोन कैमरों से निगरानी होगी जो संवेदनशील हैं और जहां पूर्व में पथराव की घटनाएं हुई हैं। अगर फिर आगे भी इस तरह पत्थर छतों पर मिले तो तत्काल कार्रवाई शुरू हो जाएगी।