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एसबीआई गोल्ड मोनेटाइजेशन स्कीम की विशेषताएं
वैसे तो स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के गोल्ड मोनेटाइजेशन स्कीम में कितना भी सोना जमा करा सकते हैं। उसके बारे में अपको भी पूरी जानकारी भी देनी होगी। लेकिन अगर आप भी इस योजना में शामिल होना चाहते हैं तो आपको कम से भी कम 30 ग्राम सोना आपके पास होना चाहिए। इससे कम सोने में आप इस स्कीमत का फायदा नहीं ले पाएंगे। वहीं इस स्कीम के तहत आप तीन तरह अकाउंट खुलवा सकते हैं। एक शॉर्ट टर्म, दूसरा मीडियम टर्म और तीसरा लांग टर्म शामिल हैं। तीनों पर आपको सालाना अलग-अलग ब्याज और फायदे दिए जाएंगे।
शॉर्ट टर्म बैंक डिपोजिट
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में गोल्ड मोनेटाइजेशन स्कीम के तहत शॉर्ट टर्म बैंक डिपोजिट भी खोला जा सकता है। यह अकाउंट मात्र 3 सालों के लिए होता है। स्टेट बैंक आपको इसमें आकर्षक ब्याज दर भी दे रहा है। इसमें ब्याज दर कितना होगा अभी इसके बारे में बैंक ने कोई जानकारी नहीं दी है। ब्याज को सोने में दर्शाया जाएगा और 1 वर्ष के लॉक इन पीरियड के बाद उस वक्त के सोने की कीमत के बराबर रुपए का भुगतान जाएगा।
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मीडियम और लांग टर्म डिपोजिट
एसबीआई गोल्ड मोनेटाइजेशन स्कीम के मीडियम टर्म बैंक डिपोजिट 5 से 7 सालों के लिए हैं। जबकि लांग टर्म डिपोजिट स्कीम 12 से 15 सालों के लिए है। मीडियम टर्म में आपको सालाना 2.25 फीसदी का ब्याज दर के हिसाब से ब्याज दिया जाएगा। जबकि लांग टर्म में आपको 2.50 फीसदी का सालाना ब्याज दिया जाएगा। आपको सालाना ब्याज दर डिपोजिट के दौरान जितने रुपए का सोना जमा कराया होगा उसी के हिसाब से मिलेगा। मीडियम टर्म में लॉक इन पीरियड 3 साल और लांग टर्म के लिए लॉक इन पीरियड 5 रखा गया है। इस स्कीम के तहत अगर आप अपना अकाउंट बंद कराना चाहते हैं तो वो भी आपके पास ऑप्शन मौजूद है।
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एसबीआई गोल्ड मोनेटाइजेशन स्कीम के फायदे
– आपको हर साल अच्छा खासा ब्याज मिलेगा।
– आपका सोना पूरी तरह से सुरक्षित रहेगा।
– किसी तरह का स्टोरेज कॉस्ट नहीं लिया जाएगा।
– शुद्धता और मात्रा का एक साथ मूल्यांकन होगा।
– कैपिटल गेन टैक्स, वेल्थ टैक्स और इनकम टैक्स में आपको फायदा होगा।