यह भी पढ़ेंः- आठ सप्ताह के उच्चतम स्तर पर सोना, 7 दिन की तेजी के बाद चांदी में गिरावट
एक समान होनी चाहिए ब्याज दरें
सूत्रों ने बताया, “आरबीआई ने मंत्रालय को छोटी बचत योजनाओं पर ब्याज दरों को एक समान बनाने की आवश्यकता बताई है, जिससे बेहतर तरीके से हस्तांतरण हो। आरबीआई ने सरकार को इस संबंध में बैंकों की प्रतिक्रिया से अवगत कराया है।” छोटी बचत योजनाओं पर हर तिमाही के लिए ब्याज दरों में बदलाव किया जाता है। अगर, इसमें कोई बदलाव नहीं होता है तो वित्त मंत्रालय मौजूदा दरों को ही कायम रखता है।
यह भी पढ़ेंः- जीएसटी रिटर्न फाइल ना करने वालों के खिलाफ होगी बड़ी कार्रवाई, अटैच हो सकते हैं प्रोपर्टी और बैंक अकाउंट
ये लोग करते हैं निवेश
छोटी बचत योजनाओं की ब्याज दरों पर बैंकों और उद्योगों की निगाह होगी, क्योंकि ऐसी योजनाओं को ज्यादातर सेवानिवृत्त सरकारी कर्मचारी, सीमांत श्रेणी के लोग, किसान और महिलाएं पसंद करते हैं। इन योजनाओं में डाकघर बचत योजनाएं आती हैं, जिनमें कई उत्पादों की एक सूची होती है जो भरोसेमंद होते हैं और इसमें निवेश पर बिना किसी जोखिम के रिटर्न मिलता है।