जो लोग लगातार तीन महीने से राशन नहीं ले रहे हैं उनका नाम कार्ड से हटाने का मकसद यह है कि इससे दूसरे जरूरतमंद लोगों को राशन कार्ड लिस्ट में शामिल किया जा सकेगा। सरकार का मानना है कि जो लाभार्थी तीन महीने से राशन नहीं ले रहे हैं इसका मतलब यह है कि वे अपना गुजारा करने में सक्षम है। ऐसी स्थिति में इसका लाभ दूसरों को दिया जाना चाहिए।
अभी तक देश में श्रमिकों, गरीबों एवं मध्यमवर्गीय लोगों को राशन बांटने की सुविधा दी जाती है। उनके लिए अलग—अलग श्रेणी के राशन कार्ड बनाए जाते हैं। मगर कुछ समय पहले सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के बाद अब सेक्स वर्करों के लिए भी राशन कार्ड की सुविधा मुहैया कराई जाती है। इससे उन्हें भी अनाज मिल सकेगा। इसके अलावा गंभीर रोगों से ग्रस्त लोगों का भी राशन कार्ड बनाने का फैसला किया गया है।