यह एक छोटी बचत योजना है, जो डाकघर की ओर से चलाई जाती है। आप सिर्फ सौ रुपए के साथ भी इसमें निवेश कर सकते हैं। इसमें निवेश करने की कोई सीमा नहीं है। आप अपनी क्षमता के अनुसार कितने भी अमाउंट को इंवेस्ट कर सकते हैं। एनएससी को अपने बच्चों के नाम पर भी खरीद सकते हैं। इसकी मैच्योरिटी अवधि 5 साल होती है। इसमें हर साल ब्याज जुड़ता है। टैक्स पर छूट केवल 1.5 लाख तक के निवेश पर ही मिलती है।
नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट एक निश्चित ब्याज दर पर निवेशक को बेहतर रिटर्न मिलता है। सर्टिफिकेट आप अपने नजदीकी डाकघर से खरीद सकते हैं। इसके लिए आपको एक फॉर्म भरना होगा जिसमें आपको नाम और निवेश की राशि के बारे में बताना होगा। इसके अलावा आधार कार्ड समेत कुछ अन्य जरूरी दस्तावेजों की फोटोकॉपी लगानी होगी। आप इसे चेक या फिर कैश के जरिए खरीद सकते हैं। भुगतान करने पर खाता खुल जाएगा। इसकी मेच्योरिटी 5 साल की है, जबकि खाते से राशि निकालने के लिए आपको कम से कम एक साल पूरा करना होगा। नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट में ब्याज दर हर 3 महीने में बदली जाती है। योजना का लाभ 18 साल से कम उम्र के लोगों को भी मिल सकता है। पैरेंट्स अपने बच्चों का खाता खुद के साथ बतौर गार्जियन खुलवा सकते हैं।
नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट आप एक पोस्ट ऑफिस से दूसरे पोस्ट ऑफिस में ट्रांसफर कर सकते हैं। साथ ही इसे एक से दूसरे व्यक्ति के नाम भी आसानी से किया जा सकता है। इसमें आयकर अधिनियम 80C के तहत टैक्स में छूट भी मिलती है। जिससे अमाउंट पर टीडीएस नहीं कटता है। नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट पर आप बैंक या अन्य फाइनेंशियल संस्थानों से आसानी से लोन भी ले सकते हैं।