21 हजार से कम सैलेरी वालों पर सरकार मेहरबान, किये ये 5 बड़े ऐलान
Salary account कर्मचारियों की सैलरी के हिसाब से खोले जाते हैं। कर्मचारी अपना सैलरी अकाउंट देश की किसी भी ब्रांच में खोल सकते हैं।
वैल्थ सैलरी अकाउंट-
अगर आपकी सैलेरी आपके खर्च से बहुत ज्यादा है तो आप वैल्थ सैलरी अकाउंट भी खोल सकते हैं। इस तरह के अकाउंट में बैंक आपको डेडिकेटिड वेल्थ मैनेजर देता है जो आपके बैंक से जुड़े तमाम काम देखता है। और आपको इंवेस्टमेंट से जुड़ी सलाहें भी देता है।
फ्री में मिलती हैं कई सुविधाएं- बैंक पेरोल अकाउंट्स यानि सैलरीड अकाउंट्स को क्रेडिट कार्ड देने, ओवरड्राफ्ट, सस्ते लोन, चेक, पे ऑर्डर व डिमांड ड्राफ्ट की फ्री रेमिटेंस, फ्री इंटरनेट ट्रांजेक्शंस फैसिलिटीज भी देते हैं।
सेविंग अकाउंट में करा सकते हैं चेंज- नौकरी बदलने पर आपका अकाउंट सैलेरीड से सेवंग अकाउंट में बदल जाता है। ऐसे में बैंक अपनी सारी सुविधाएं वापस ले लेता है। वहीं सेलेरी अकाउंट को एक बैंक से दूसरे बैंक में transfer ( salary account transfer) के लिए भी प्रोसेस में कई सहूलियतें मिलती हैं। दरअसल इन खातों में रेग्युलर ट्रांजेक्शन होता है जिसके चलते बैंक इन्हें लॉयल एम्प्लायी में काउंट करता है।