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इनफॉर्मेशन वेरिफाई करेगा डिपार्टमेंट
ई-अभियान के तहत वित्त वर्ष 2018-19 के लिए टैक्सपेयर्स को आयकर विभाग की ओर से दी गई टैक्स ड्यूज की जानकारी और और फाइनेंशियल ट्रांजेक्शन को वेरिफाई करेगा। साथ ही खुद से टैक्स जमा करने के लिए प्रोत्साहित करेगा। इन बातों का ध्यान रखने पर डिपार्टमेंट को ना तो नोटिस भेजना पड़ेगा और ना ही किसी तरह की जांच की जाएगी। ई-अभियान के तहत टैक्सपेयर्स को आईटी विभाग को स्टेटमेंट ऑफ फाइनेंशियल ट्रांजैक्शन, टीडीएस, विदेश से आए पैसे सहित अलग-अलग सोर्स से मिली फाइनेंशियल ट्रांजेक्शन की जानकारी को वेरीफाई करने को ईमेल एवं एसएमएस भेजा जाएगा।
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डिपार्टमेंट की ओर से जुटाई गई इस तरह की जानकारी
आयकर विभाग की ओर से जीएसटी, निर्यात, आयात, और सिक्योरिटीज में लेनदेन, डेरिवेटिव्स, कमोडिटीज, म्युचुअल फंड आदि से संबंधित सूचनाओं को कलेक्ट किया गया है। विभाग के पास डाटा डेटा के ऐनलिसिस से ज्यादा वैल्यू के ट्रांजेक्शंय करने वाले टैक्सपेयर्स की पहचान की गई है, जिन्होंने 2018-19 से रिटर्न फाइल नहीं की है। इस अभियान के तहत टैक्सपेयर्स वेबसाइट पर भी जानकारी दे सकेंगे। साथ ही जानकारी सही है, जानकारी पूरी तरह सही नहीं है, जानकारी किसी अन्य व्यक्ति/ वर्ष से संबंधित है, जानकारी डुप्लिकेट है/ अन्य प्रदर्शित जानकारी में शामिल है, और जानकारी अस्वीकृत है जैसे विकल्प चुनकर अपनी प्रतिक्रिया भी दे सकते हैं।