पुरानी ब्याज दर (% में ) | नई ब्याज दर (% में ) |
37.2 | 42 |
39 | 42 |
40.8 | 42 |
42. | 43.2 |
इसी के साथ क्रेडिट कार्ड इस्तेमाल करने वालों के लिए बिल की ड्यू डेट पर टोटल बिल का 5 फीसदी पेमेटं करना अनिवार्य होगा। ऐसा न करने पर कार्डधारक को 300 रूपए या इससे अधिक का फाइन देना पड़ेगा। जडो अगले महीने के बिल में जोड़ दिया जाएगा। मिनिमम अमाउंड पे न करने की सूरत में कार्ड धारक को 2 हालातों का सामना करना पड़ेगा।
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नो इंटरेस्ट फ्री पीरियड-
यानि अगर आप मिनिमम अमााउंट पे करने में असफल होते हैं तो आपको मिलने वाली इंटरेस्ट फ्री पीरियड का सुविधा खत्म हो जाएगी जो अमूमन 51 दिन की होती है। यानि अगर आप कार्ड पेमेट के बिना और शॉपिंग करेंगे तो उस अमाउंट पर इंटरेस्ट फ्री पीरियड की सुविधा नहीं मिलेगी।
ब्याज दर-
क्रेडिट पर जो अमाउंट आप पे नहीं करेंगे उस अमाउंट यानि रिवॉल्विंग क्रेडिट पर ये चार्ज लगेगा और ये सालाना 40 प्रतिशत तक हो सकता है।
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एक उदाहरण से इसे समझें तो अगर आपका क्रेडिट कार्ड बिल 5000 रुपए है और ड्यू डेट 15 दिसंबर है । आपने 15 तारीख को सिर्फ 1000 रुपए पे किया इसके बाद आपने 28 तारीख को फिर से 3000 रुपए की शॉपिुंग कर ली तो 16-27 तारीख तक आपको 4000 रुपए और फिर 28तारीख से आपको 7000 रुपए पर इंटरेस्ट देना होगा। ये अमाउंट आपकी शापिंग के साथ बढ़ता जाएगा और इस पर इंटरेस्ट रेट 40 फीसदी होगा।
यानि अगर आप अपने क्रेडिट कार्ड का बिल नहीं पे करते या कुछ अमाउंट छोड़ देते हैं तो ये आपकी जेब पर भारी पड़ सकता है। तो बेहतर ये होगा कि ब्याज बचाने के लिए आप ड्यू डेट से पहले ही सारा क्रेडिट क्लीयर कर दें ।