विचार मंथन : उतावले उत्साही व्यक्ति से बड़ा परिणाम निकलने की आशा नहीं रखनी चाहिए- सरदार पटेल
गुरु नानक देव जयंती प्रकाश पर्व सिख धर्म के श्रद्धालु सबसे बड़े त्यौहार के रूप में मनाया जाता है। गुरु प्रकाश पर्व 12 नवंबर दिन मंगलवार को कार्तिक मास की पूर्णिमा तिथि को पूरे भारत में बड़ी श्रद्धा व धूमधाम से मनाएंगे। इस पवित्र दिन को प्रकाश पर्व के रूप में पंजाब सहित देश के सभी सिख धर्मावलंबी श्रद्धालु भक्त सुबह नगर, शहर आदि में प्रभात फेरी निकालते हैं, गुरुद्वारे में मत्था टेकने जाते हैं। गुरु ग्रंथ साहिब का अखण्ड पाठ किया जाता है। इस दिन कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर पवित्र नदियों में स्नान भी करते हैं। सिख धर्म के श्रद्धालु इस शुभ दिन विशेष रूप से सेवा का कार्य जरूर करते हैं।
देव उठनी ग्यारसः पीपल पेड़ के नीचे इस स्तुति का पाठ करने से हो जाती है हर इच्छा पूरी
प्रकाश पर्व गुरुनानक देव जयंती
सिख धर्म के संस्थापक प्रथम गुरु पूज्य गुरुनानक देव के जन्मदिवस को प्रकाश पर्व उत्सव के रूप में मनाते हैं। प्रकाश पर्व की के दो दिन पहले से ही देश के सभी गुरुद्वारों से नगर कीर्तन निकाला जाता है। गुरुद्वारों को सुंदर फूलों एवं रोशनी से सजाया जाता है। श्री अखण्ड पाठ साहब की शुरूआत दो दिन पहले से ही प्रारंभ कर देते हैं जिसका समापन गुरुनानक देव गुरु पर्व यानी की कार्तिक पूर्णिमा को भोग डलेगा के साथ होता है। गुरु नानक जयंती के दिन पूरे समय भजन कीर्तन, कथा व्याख्यान, सेवा धर्म के बाद लंगर भी किया जाता है।
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