पैसे के विवाद में बड़े भाई और भाभी की नृशंस हत्या
जानकारी के मुताबिक गुरुवार दोपहर में तीनों भाइयों में पैसा बंटवारा को लेकर झगड़ा हो गया। तभी बूंदी और शुभम बड़े भाई को गाली देने लगे। इसके चलते झगड़ा काफी बढ़ गया। तभी शुभम और बूंदी घर से कुल्हाड़ी लेकर आए और धर्मेंद्र पर हमला कर दिया।इसमें धर्मेंद्र का गला कट गया। यह सब देख धर्मेंद्र की पत्नी रोली उसको बचाने दौड़ी। इस पर दोनों भाइयों ने रोली पर भी कुल्हाड़ी से काट डाला। इसके बाद दोनों ने ईंटों से भाई-भाभी का चेहरा कूच दिया।
साल भर पहले भाइयों ने ही की थी पिता की हत्या
फतेहपुर टेकारी गांव में प्रेम तिवारी रहते थे। उनके 4 बेटे हैं। 19 जून, 2023 को प्रेम तिवारी की उन्हीं के बेटों ने हत्या कर दी थी। पिता की हत्या के मामले में सबसे छोटा भाई छोटू तिवारी जेल में बंद था। इस समय वह जमानत पर बाहर है और मुंबई में रहता है। पुलिस ने छोटू को मुख्य आरोपी बनाया था। उसे धर्मेंद्र और उसकी पत्नी रोली की हत्या करने वाले दोनों भाइयों ने ही जमानत पर छुड़ाया।
SP फतेहपुर
SP धवल जायसवाल ने बताया कि भैंस बेचने से मिले रुपए के बंटवारे को लेकर भाइयों के बीच झगड़ा हो गया था। गुस्से में बूंदी तिवारी ने कुल्हाड़ी से बड़े भाई धर्मेंद्र पर हमला कर दिया। इसकी वजह से उसकी मौके पर ही मौत हो गई।बचाने आई रोली तिवारी पर भी कुल्हाड़ी से जोरदार हमला कर दिया गया, जिससे वह जमीन पर गिरकर तड़पने लगी। मौके पर पहुंची पुलिस ने महिला को उपचार के लिए खागा अस्पताल भेजा था। लेकिन, रास्ते में उसकी भी मौत हो गई। पूछताछ के लिए मृतक धर्मेंद्र की मां कृष्णा तिवारी और बहन को कोतवाली लाया गया है। पुलिस ने पति-पत्नी के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है।