कार्यक्रम में आंगनबाड़ी, स्वच्छाग्रही, छात्राओं आदि द्वारा नुक्कड़ नाटक के माध्यम से उपस्थित महिला कर्मचारियों को नारी सशक्तिकरण अभियान एवं प्रधानमंत्री आवास योजना, प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना, प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत योजना, प्रधानमंत्री मातृ वन्दना योजना, महिला हेल्पलाइन, स्वच्छ भारत मिशन के अन्तर्गत शौचालय निर्माण, प्रधानमंत्री जन धन योजना, सौभाग्य योजना, निःशुल्क शिक्षा, टीकाकरण अभियान आदि महिला संबंधित जनकल्याणकारी योजना की जानकारी दी।
जिलाधिकारी मोनिका रानी ने नारी सशक्तिकरण कार्यक्रम का सफल संचालन कराने में सहयोग प्रदान करने वाले सभी अधिकारी व कर्मचारियों को धन्यवाद व्यक्त किया। उन्होंने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि बेटियों के व्यक्तित्व का विकास करें। उनके मन के डर को खत्म किया जाए। उनको जीवन में आगे बढ़ाने एवं अच्छी शिक्षा प्रदान करने के लिए परिवार द्वारा पूर्ण सहयोग प्रदान किया जाए। बेटियों को प्रोत्साहित कर उनके आत्मविश्वास को बढ़ावा दिया जाए। उन्होंने कहा कि नारी सशक्तिकरण को बढ़ावा भी महिलाएं ही दे सकती है। बेटी बढ़ाओ बेटी पढ़ाओं के अन्तर्गत महिलों को जागरूक करें। लड़कियों के प्रति उनकी सोच को बदले। पुरूषों को दोष न देकर स्वयं अपनी सोच बदलें। अपनी निर्णय शक्ति बढ़ाए। महिलाएं अपने स्वास्थ्य का ध्यान भी स्वयं रखें ताकि आप स्वस्थ्य रहकर परिवार का भी पूर्ण ध्यान रख सकें। महिला संबंधित जनकल्याणकारी योजनाओं का पूर्ण लाभ उठाए।
पुलिस अधीक्षक ने नारी सशक्तिकरण अभियान के सफल आयोजन पर सभी को बधाई दी। पुलिस अधीक्षक ने कहा कि हमारे देश में महिलाओं को हर क्षेत्र में जाने का अधिकार मिला है। लडकियां अपने आत्म विश्वास का बढ़ाएं और आगे बढें। महिलाएं अपनी बेटियों के मन का डर समाप्त कर घर से बाहर निकालें और शिक्षित बनाएं ताकि बेटियां भी शिक्षित होकर अपनी इच्छा अनुसार नौकरी प्राप्त कर सकें। महिलाएं अपने आप को मजबूत करें । छोटी-छोटी पारिवारिक समस्याओं में न उलझें। बेटियों को भी अपनी इच्छानुसार पढ़ने का मौका अवश्य दें। डा0 रजनी सरीन ने कहा कि महिलाएं अपनी नारी शक्ति को पहचाने और शक्तिशाली बनें। अपनी बेटियों को पढ़ने अवश्य भेंजे और नौकरी के क्षेत्र में आगे बढ़ाएं। अपने परिवार की ढ़ाल बने और समाज में शान से जिएं।