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बड़ी खबर : परिवहन विभाग में ऑनलाइन एमएसटी बनाने के नाम पर 43 लाख का घोटाला

फैजाबाद कोतवाली में एआरएम रोडवेज ने आउटसोर्सिंग कंपनी टाइमेक्स के 5 कर्मचारियों के खिलाफ दर्ज करायी एफआईआर

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284 Roadways UPSRTC employees transfer

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फैजाबाद : उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम की एमएसटी मंथली सीजन टिकट बनाने में 43 लाख 80 हजार का घोटाला सामने आया है. घोटाला सामने आने के बाद परिवहन विभाग ने जांच के आदेश दे दिए हैं और इस मामले में आउटसोर्सिंग कंपनी टाइमेक्स के 5 कर्मचारियों के खिलाफ फैजाबाद के कोतवाली नगर में एआरएम रोडवेज ने मुकदमा दर्ज कराया है.उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम की एमएसटी मंथली सीजन टिकट घोटाले की जड़ें गहरी होती नजर आ रही है. जिले में 2 साल में जारी हुई एमएसटी की जांच में करीब 40 लाख 80 हज़ार रुपये घोटाला सामने आया है. इस रीजन के अकबरपुर, सुल्तानपुर ,अमेठी डिपो को भी जांच के निर्देश दिए गए हैं. एमएसटी बनाने का ठेका लेने वाली कंपनी टाइमेक्स के खिलाफ रोडवेज प्रशासन ने रिपोर्ट दर्ज करा कर जांच के आदेश दे दिए हैं. आउटसोर्सिंग कंपनी ट्रायमेक्स के 5 कर्मचारियों के खिलाफ कोतवाली नगर में मुकदमा दर्ज करा दिया गया है.

फैजाबाद कोतवाली में एआरएम रोडवेज ने आउटसोर्सिंग कंपनी टाइमेक्स के 5 कर्मचारियों के खिलाफ दर्ज करायी एफआईआर

इस घोटाले की जड़े प्रदेश के अन्य जिलों में भी होने की आशंका के मद्देनजर परिवहन विभाग के प्रबंध निदेशक ने सभी आरएम,एआरएम को एमएसटी की गड़बड़ियों की जांच की रिपोर्ट तलब की है.मुख्यालय से जिलों में आडिट टीम भी भेजी जा रही है. दरअसल उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम के प्रतिदिन रोडवेज बसों से यात्रा करने के लिए लोगों का एमएसटी परिवहन विभाग अपने काउंटरों से विभागीय कर्मचारियों की देखरेख में बनाता था . लेकिन 2012 से परिवहन निगम ऑनलाइन एमएसटी बनाने की प्रक्रिया जारी करते हुए प्रदेश भर में इस कंपनी को ठेका दे दिया. फैजाबाद डिपो में भी इसका ऑफिस खुला और ऑनलाइन बनाने की प्रक्रिया शुरू हुई. मार्च क्लोजिंग के समय लेखाकार की ओर से कैश का मिलान करने के लिए कई बार डिटेल मांगी गई लेकिन ट्रायनेस ने डिटेल नही दी जिससे शक होने पर लेखाकार ने इसकी शिकायत उच्च अधिकारियों से की. इसकी पूरी जांच के लिए उच्च अधिकारियों ने लखनऊ मुख्यालय को पत्र लिखा. संतुति के बाद एआरएम फैजाबाद ने कोतवाली नगर में आउटसोर्सिंग कंपनी के खिलाफ मुकदमा दर्ज करा दिया गया है.