28 सितम्बर को इसी मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट सुनाएगा अपना फैसला राम मंदिर मुकदमे को लेकर बेहद अहम् है सुप्रीम कोर्ट का ये फैसला मस्जिद में नमाज पढ़ना इस्लाम का अभिन्न अंग है या नहीं सुप्रीम कोर्ट इस पर 28 सितंबर को अपना फैसला सुना सकता है।फैसले में कोर्ट बताएगा कि यह मामला संविधान पीठ को सौंपा जाए या फिर नहीं। सुप्रीम कोर्ट ने यह फैसला 20 जुलाई को सुरक्षित रखा था कि संविधान पीठ के इस्माइल फारूकी फैसले को बड़ी बेंच को भेजने की जरूरत है या नहीं।दरअसल सुप्रीम कोर्ट विवाद में मालिकाना हक के मुकदमे से पहले इस पहलू पर सुनवाई कर रहा है कि मस्जिद में नमाज पढ़ना इस्लाम का अभिन्न हिस्सा है या नहीं। शीर्ष कोर्ट की अग्रिम सूची के मुताबिक यह मामला 28 सितंबर के लिए सूचीबद्ध किया गया है। अयोध्या में विवादित ढांचा ढहाए जाने पर अयोध्या एक्ट के बाद केंद्र सरकार ने विवादित परिसर के आसपास की जमीन को अधिग्रहण कर लिया था जिस पर आपत्ति दाखिल की गई थी कि मस्जिद की जमीन को अधिग्रहण नहीं किया जा सकता।