ट्रेन में मौजूद गार्ड ने कहा लगातार 13 घंटे से ट्रेन चला रहा था ड्राइवर मांगी थी छुट्टी जबरिया चलवाई गयी ट्रेन जानकारी के मुताबिक फैजाबाद से एक माल गाड़ी लेकर लखनऊ जा रहे लोको पायलट चंद्रभान की तबीयत अचानक खराब हो गई | बीमार लोको पायलट ने बताया कि वह लगातार 13 घंटे से ट्रेन चला रहा था जिसके कारण अचानक उसकी तबीयत बिगड़ गई | ट्रेन में मौजूद गार्ड एके विश्वकर्मा ने आरोप लगाया कि साप्ताहिक अवकाश को रद्द कर लोको पायलट और गार्ड से जबरदस्ती ड्यूटी कराई जा रही है | जिसके कारण लगातार ट्रेन चला रहे ड्राइवर और गार्ड को आराम नहीं मिलता और वह बीमार हो जाते हैं | इस घटना में भी बीमार हुए लोको पायलट ने फैज़ाबाद के आचार्य नरेंद्र देव रेलवे स्टेशन पर रिलीव करने का मेमो दिया था और समय पर 9 घंटे की ड्यूटी भी कर चुका था | बावजूद इसके फैजाबाद हेड क्वार्टर होने के बाद भी उसे रिलीव नहीं किया गया और उसे आगे ट्रेन ले जाने का मेमो थमा दिया गया | जिसका नतीजा यह रहा रौजागांव रेलवे स्टेशन तक पहुंचते-पहुंचते चालक की हालत खराब हो गई और उसने किसी तरह से ट्रेन को रौजागांव स्टेशन पर पहुंचाया और वही बेहोश हो गया | बृहस्पतिवार की दोपहर कई घंटे इलाज के बाद चालक को अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया है | लेकिन बड़ा सवाल यही है कि अगर ट्रेन चलाते हुए चालक बेहोश हो जाता ऐसी स्थिति में किसी बड़ी दुर्घटना से इनकार नहीं किया जा सकता | वहीँ इस मामले के सामने आने के बाद लाबी प्रभारी फैजाबाद स्टेशन राम लगन ने मेमो देने की बात से इनकार करते हुए जांच कराने की बात कही है |