दोनों जगह अंधे मोड़, इसलिए मार्ग सीधा कर बनाया जा रहा है पुल
नेशनल हाइवे विभाग द्वारा दोनों पुल निर्माण के बाद दुर्घटनाओं में कमी आएगी। विभाग के मुताबिक इन दोनों जगहों पर मोड़ ज्यादा हैं। मोड़ की वजह व तेज रफ्तार वाहन चलाने के कारण अक्सर दुर्घटना घट जाती है। यहां हर साल दो से अधिक लोगों की मौत होना तय है। मोड़ अधिक होने के कारण कई बार ज्यादा गति के कारण वाहन को मोड़ पाना मुश्किल होता है और दुर्घटना हो जाती है। इसी को देखते हुए इन दोनों जगहों में ज्यामिति सुधार के तहत मोड़ सीधा किया जा रहा है। विभाग की मानें तो मार्ग सीधा होने से दुर्घटनाओं में कमी आएगी। यह भी पढ़े : देवरानी-जेठानी नाला में 11 करोड़ व सांकरा में 9 करोड़ की लागत से बनाया जा रहा पुल
नेशनल हाइवे विभाग के मुताबिक सांकरा में 9 करोड़ की लागत से 109 मीटर लंबा पुल बनाया जा रहा है, जिसकी चौड़ाई 16 मीटर रहेगी। देवरानी-जेठानी नाले में 11 करोड़ की लगात से 109 मीटर लंबा पुल बनाया जाएगा। इसकी चौड़ाई भी 16 मीटर रहेगी।
अंधे मोड़ से हर साल 5 से 10 लोगों की मौत
इन दोनों जगह काफी अंधा मोड़ है। वाहन तेज गति से चलने के कारण इन दोनों जगह वाहन चालक दुर्घटना के शिकार होते हैं। इन दोनों जगह हर साल सड़क दुर्घटना में 5-10 लोगों की मौत हो जाती है इसलिए इस जगह को ब्लैक स्पॉट के रुप में भी चिन्हांकित किया था। अब उम्मीद की जा रही है पुल निर्माण के बाद राहत मिलेगी व दुर्घटनाओ में यहां कमी भी आएगी।
नए साल में निर्माण हो जाएगा पूरा
नेशनल हाइवे विभाग बालोद के एसडीओ टीकम ठाकुर ने कहा कि नेशनल हाइवे में सांकरा व देवरानी-जेठानी नाला में ज्यामिति सुधार के तहत दो पुल का निर्माण किया जा रहा है। काम तेजी से चल रहा है। नए साल में इसका निर्माण पूर्ण हो जाएगा और इसका लाभ भी मिलेगा।