जब विदेश में पढ़ाई करने की बात आती है तो बहुत सारे विकल्प उपलब्ध होते हैं। न केवल आप स्नातक और स्नातकोत्तर अध्ययन कर सकते हैं, बल्कि छात्रों के लिए बहुत सारे डिप्लोमा और सर्टिफिकेट कोर्स भी उपलब्ध हैं। नीचे उल्लेखित कुछ पाठ्यक्रम हैं जिनका आप विदेश में अध्ययन करते समय चुन कर सकते हैं-
एसोसिएट डिग्री
अंडरग्रेजुएट छात्र एसोसिएट डिग्री के लिए कुछ पाठ्यक्रमों का चयन करते हैं, जो अध्ययन क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए आवश्यक तकनीकी और शैक्षणिक जानकारी देते हैं। ये कक्षाएं दो साल चलती हैं। अमरीका में अधिकांश विश्वविद्यालय एसोसिएट डिग्री प्रदान करते हैं। कनाडा, हांगकांग, ऑस्ट्रेलिया और नीदरलैंड्स सहित अन्य देशों में भी उपलब्ध हैं।
फाउंडेशन और पाथवे कार्यक्रम
ये उत्तर-माध्यमिक शैक्षणिक कार्यक्रम हैं, जिनका चयन छात्र अपने वर्तमान शैक्षिक स्तर और किसी विदेशी विश्वविद्यालय में स्नातक या मास्टर डिग्री प्राप्त करने के लिए आवश्यक ज्ञान और कौशल अंतराल को पाटने के लिए करते हैं। ये पाठ्यक्रम भाषा प्रवीणता में मदद करते हैं और छात्रों को स्थानीय शैक्षिक संरचना से परिचित कराते हैं।
एक विदेशी भाषा जानने से एक छात्र का रिज्यूमे और नौकरी हमेशा लाभान्वित होगी। अमरीका, ब्रिटेन, जर्मनी, कनाडा और ऑस्ट्रेलिया के अधिकांश कॉलेजों को अंतरराष्ट्रीय छात्रों से मूल भाषा प्रवीणता की जरूरत होती है।
सर्टिफिकेट और डिप्लोमा कोर्स
सर्टिफिकेट कोर्स और डिप्लोमा प्रोग्राम त्वरित रास्ते हैं जो नौकरी की ओर ले जा सकते हैं। यह उन छात्रों के लिए एक विकल्प है जो एक बहुत विशिष्ट प्रतिभा विकसित करना चाहते हैं। इस तरह की शॉर्ट-टर्म क्लास कनाडा में व्यापक रूप से उपलब्ध हैं, जो इसे शॉर्ट-टर्म कोर्स करने वाले भारतीय छात्रों के लिए जाने का शॉर्ट कट बनाती है।
स्नातक की डिग्री
अंतरराष्ट्रीय छात्रों के विदेश में अध्ययन करने के सबसे लोकप्रिय कारणों में से एक स्नातक की डिग्री हासिल करना है। ये डिग्रियां तीन से चार साल तक चलने वाली सामान्य स्नातक कार्यक्रम हैं। जब छात्र के देश में कोई विशेष कार्यक्रम अनुपलब्ध होता है, तो उसे सलाह दी जाती है कि वे किसी विदेशी विश्वविद्यालय में स्नातक की डिग्री लें।
मास्टर डिग्री
कोई भी दुनियाभर में मास्टर डिग्री प्रोग्राम दाखिला ले सकता है, भले ही उन्होंने पहले ही अपने देश में स्नातक की डिग्री हासिल कर ली हो। अध्ययन के अपने क्षेत्र के आधार पर, छात्रों को अपने कॅरियर के विकास के लिए विदेशों में स्नातकोत्तर अध्ययन करने से काफी फायदा हो सकता है। यदि आप किसी अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय से मास्टर डिग्री प्राप्त करते हैं तो आपकी आय बहुत बढ़ जाएगी। मास्टर डिग्री आपके रोजगार के विकल्पों को भी व्यापक बनाती है।