यह है मृतकों के नाम- फिरोजाबाद बस हादसे में मुकेश कुमार (26) निवासी बच्चाईनी मलाई इब्राहिमपुर पटना बिहार, विनोद कुमार (25) तमुकुटी बिहार, कलुमुददीन (45) केनारा चंपारण बिहार, भगवान चैबे (54) चंपारण बिहार, हरेंद्र पासवान (44) कतला चिल्ला पूर्वी दिल्ली, चंदन महतो (24) मेमोरा औली पोस्ट बढ़का बलुआ चंपारण बिहार, नागेश्वर साह (42), गुलशन कुमार (21), अनिल शाह (50), राकेश कुमार (36), रघुवंश यादव (30) ओर ट्रक चालक भूरा (45) निधानिया रामपुर थाना शहजाद की पहचान हो गयी जब कि दो अन्य की अभी तक पहचान नहीं हो सकी हैं ।
घायलों के नाम- इस हादसे में कृष्णा (30), सुनील कुशवाहा (30), धर्मेद्र कुमार (25), चमन खाॅ (25), सरिता कुशवाहा )35), नवनीत कुमार (21), गोविंद (25), गुफरान (62), रमेश प्रसाद (25), कन्हैया महतो (26), मोहम्मद बहाब (26), श्रीमती सरिता (28), काली देवी (45),चंदन गुप्ता (23), कृष्णनंदन (22), कार्तिक कुमार (40), छोटी देवी (60), परवेज (26), रंजीत (17), संजय कुमार (26), गयासुद्दीन (32), प्रमोद शाह (36), वसीम खान (25), भिखारी ठाकुर (45) और एक अज्ञात गंभीर रूप से घायल हो गए।
ऐसे हुआ हादसा- बुधवार रात को हुए भीषण हादसे में 14 लोगों की मौत हो गई। इन सभी मरने वालों के सैफई पुलिस ने पोष्टमार्टम कराये हैं। बुधवार की रात दिल्ली से बिहार के मुजफ्फरपुर जा रही स्लीपर कोच बस नगला खंगर के पास खड़े ट्राला में घुस गई। हादसा कितना भीषण इसका अंदाजा इस बात से लगाया जाता है कि बस में फंसे लोगों को निकालने के लिए बस के हिस्से को गैस कटर से काटना पड़ा। फिलहाल एक्सप्रेस-वे पर आवागमन रोक दिया गया था। बुधवार रात करीब साढे दस बजे एक्सप्रेस-वे से बस बिहार जा रही थी। बस में पांच दर्जन से ज्यादा लोग सवार थे।
12 एंबुलेंस घायलों को लेकर पहुंची- अस्पताल का माहौल एकदम अफरा तफरी जैसा रहा। बड़ी संख्या में एंबुलेंस का सायरन बजते हुए एक साथ 10 से 12 एंबुलेंस घायलों को लेकर पहुंची। सबसे पहले ट्रक चालक को लाया गया था, जिसकी सांसे चल रही थीं, लेकिन अस्पताल आते समय उसकी मौत हो गई। जबकि ट्रक चालक और परिचालक दोनों सगे भाई थे और उसका भाई चमन खा घायल हो गया। घायल परिचालक चमन खान का कहना है ट्रक का अगला टायर पंचर हो जाने के कारण ट्रक को साइड में नहीं लगा सका क्योंकि गाड़ी लोड थी, इसलिए रोड पर ही खड़ा करके जल्दी से टायर बदलने के लिए बड़े भाई भूरा खां को जैक लगवा रहे थे। इसी दौरान पीछे से गाड़ी आ लगी, जिससे भाई की मौके पर ही मौत हो गई।
निःशुल्क हुआ इलाज- अस्पताल में एंबुलेंस के सायरन की आवाज गूंज रही थी। डाक्टरों की टीम कड़ी मेहनत से इलाज करने में लगे हुए थे। चिकित्सा अधीक्षक प्रोफेसर डा. आदेश कुमार ने बताया हादसे में आए हुए सभी घायलों का इलाज निशुल्क किया जा रहा है। बेहतर इलाज के लिए सारी टीमों को लगाया गया है और सीटी स्कैन एक्सरा सहित सभी जांचें निःशुल्क की जा रही हैं। उन्होंने सर्जरी विभाग के सीनियर जूनियर नर्सिंग स्टाफ को घरों से बुलाकर घायलों के इलाज करने का निर्देश दिया।
शादी के लिए रिश्ता देखने गया था एक शख्स- अवधेश कुशवाहा निवासी मोहल्ला देवरिया जिला देवरिया उत्तर प्रदेश जोकि अपने परिवार के 6 सदस्यों के साथ दिल्ली में एक शादी से संबंधित रिश्ता देखने के लिए गए हुए थे, वहां से वापस आ रहे थे और लौटते वक्त यह हादसा हुआ। पोस्टमार्टम के बाद शवों का अपने-अपने घरों को ले जाने के लिए मरने वालों के परिजन खुद के खर्चे पर गाड़ियां करते हुए देखे गये।