एसएसपी संजय कुमार वर्मा ने बताया कि फरवरी 2022 में चिकित्सा अधीक्षक डॉक्टर आदेश कुमार की तहरीर पर मुकदमा दर्ज किया गया था। अपनी तहरीर में चिकित्साधीक्षक ने तत्कालीन असिस्टेंट प्रोफेसर कार्डियोलॉजी विभाग डॉ समीर सर्राफ के खिलाफ गंभीर आरोप लगाए थे।
हृदय रोग विशेषज्ञ प्रोफेसर पर अनावश्यक आर्बिट्रेरी परचेज, पेसमेकर धोखाधड़ी, अनावश्यक विदेश यात्राएं सहित अन्य आरोप लगाए गए थे। तहरीर के आधार पर संगत धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया था। शासनादेश के अनुसार जांच गजेटेड ऑफीसर क्षेत्राधिकारी सैफई नागेंद्र चौबे को दी गई थी।
एसएसपी संजय कुमार वर्मा ने बताया कि सीओ की जांच में आरोप सही पाए गए। मरीज को डुप्लीकेट पेसमेकर लगाए गए। इसके साथ ही विदेश यात्रा और मेडिकल इंस्ट्रूमेंट की खरीदारी में भी गड़बड़ी की गई। दो से ढाई करोड़ रुपए की अनियमितता पाई गई। जांच रिपोर्ट के आधार पर 467, 68 और 71 आईपीसी की धारा में वृद्धि की गई। जांच पत्रावली शासन को भेज दिया गया है।
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भ्रष्टाचार निवारण कोर्ट भेजा जा रहा
एसएसपी ने बताया कि असिस्टेंट प्रोफेसर कार्डियोलॉजिस्ट डॉक्टर समीर सर्राफ को गिरफ्तार कर भ्रष्टाचार निवारण कोर्ट में प्रस्तुत किया जा रहा है। गिरफ्तार करने वाली टीम में सैफई थाना प्रभारी मोहम्मद कामिल, वरिष्ठ उपनिरीक्षक पवन कुमार शर्मा सहित अन्य पुलिसकर्मी शामिल थे।