2012 चुनाव में निभाई थी बड़ी भूमिका- उन्होंने अपने भाई समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का अनुसरण करते हुए सैफई से कठफोरी तक की साइकिल यात्रा करके इस यात्रा में शामिल समाजवादी कार्यकर्ताओं का उत्साहवर्धन किया। वैसे जिला पंचायत अध्यक्ष बनने से पहले भी अभिषेक यादव राजनीति में व्यापक तौर पर सक्रिय नजर आते हुए दिखाई देते रहे हैं। 2012 में जब उत्तर प्रदेश विधानसभा के लिए प्रचार प्रसार जोरों पर था, तब अभिषेक यादव इटावा जिले की जसवंतनगर विधानसभा के ताखा इलाके में सक्रिय थे। उन्होंने उस इलाके के बड़े पैमाने में नौजवानों के बीच जाकर समाजवादी पार्टी की नीतियों को पहुंचाने का काम किया। इसके साथ ही उनकी भूमिका समाजवादी पार्टी में नौजवानों को भी जोड़ने की रही है।
जसवंतनगर विधानसभा की ताखा तहसील है उनका राजनैतिक क्षेत्र- अभिषेक यादव इटावा जिला पंचायत के अध्यक्ष पद पर 14 जनवरी 2016 को काबिज हुए थे। मात्र 29 साल के अभिषेक यादव उर्फ अंशुल यादव इटावा जिला पंचायत के नये अध्यक्ष बनने से पहले सैफई में निर्विरोध जिला पंचायत सदस्य चुने गये। अंशुल यादव ने जसवंतनगर विधानसभा की ताखा तहसील को अपना राजनैतिक क्षेत्र बनाया हुआ है क्योंकि यूपी विधानसभा के चुनाव से लेकर मैनपुरी उप चुनाव तक अंशुल यादव ने ताखा तहसील में जनसपंर्क के माध्यम से पार्टी को काफी मजबूत किया हुआ है।
मुलायम के भाई राजपाल सिंह यादव के बेटे हैं अभिषेक- अभिषेक यादव मुलायम सिंह यादव के भाई राजपाल सिंह यादव के बेटे हैं। अभिषेक यादव की मां प्रेमलता यादव भी दो दफा अध्यक्ष रह चुकी हैं। उसके बाद उनके बेटे की ताजपोशी हुई। इसी जिला पंचायत ने मुलायम कुनबे के कई सदस्यों की राजनैतिक किस्मत खोली है। चाहे पहले जिला पंचायत अध्यक्ष प्रो. रामगोपाल यादव हो या फिर शिवपाल सिंह यादव। दोनों ही एक वक्त में जिला पंचायत के अध्यक्ष रहे हैं। उसके बाद उनके राजनैतिक चक्र को मौजूदा वक्त में देखा ही जा सकता है। मुलायम की तीसरी पीढ़ी के अभिषेक यादव उर्फ अंशुल यादव भी जिला पंचायत के अध्यक्ष पद पर काबिज हैं। यह उनका शुरुवाती पड़ाव हो सकता है, लेकिन उनकी मंजिल कुछ और है