इंडिया टूडे को दिए इंटरव्यू में विवेक ने मूवी के बारे में विस्तार से बताया। जब उनसे पूछा गया कि क्या ये मूवी लोकसभा चुनाव को प्रभावित करेगी तो उनका जवाब था कि यह महज एक संयोग है कि मूवी की रिलीज डेट और चुनाव की तारीखें आसपास हैं। जब मूवी बनी थी तब इस तरह से कोई योजना नहीं बनाई गई थी। जब इसी सवाल को आगे बढ़ाते हुए पूछा गया कि क्या ये एक प्रचार करने वाली फिल्म है तो उन्होंने बताया, ‘ऐसा नहीं है। व्यक्तिगत रूप से मेरा 18 साल से करियर विश्वसनीय रहा है। इस दौरान मैंने 45 से ज्यादा फिल्में की हैं और 26.27 अवॉर्ड जीते हैं। इसलिए मुझे मोदी को एक हीरो की तरह पेश करने की जरूरत नहीं है। वह संसारभर में करोड़ो लोगों के हीरो हैं।’
विवेक के अनुसार, ‘ये केवल एक ‘चायवाले’ के देश का प्रधानमंत्री बनने की कहानी है। ये एक ऐसी प्रेरणास्पद कहानी है जिसे बताया जाना चाहिए। मैंने ये फिल्म इसलिए कि क्योंकि मैं पीएम नरेन्द्र मोदी से प्रभावित हूं। पीएम मोदी को स्क्रीन पर दिखाने के लिए मैंने उनकी मिमिक्री नहीं की है। बल्कि कोशिश की है कि उस व्यक्ति के सही व्यक्तित्व को साकार किया जाए।’
फिल्म को लेकर उनकी तैयारियों और चैलेंजेज के बारे में विवेक ने बताया कि नरेन्द्र मोदी जैसा दिखने के लिए उनके चेहरे पर प्रोस्थेटिक प्रोसेस की जानी होती थी। इसमें 5-6 घंटे का समय लगता था। ये अपने आप में एक तपस्या जैसा था। सुबह की शूटिंग करने के लिए उन्हें रात 1 बजे प्रोस्थेटिक के लिए बैठना होता था। आपको बता दें कि पीएम नरेन्द्र मोदी मूवी 5 अप्रेल को सिनेमाघरों में रिलीज हो रही है। मूवी निर्माताओं को उम्मीद है कि इसे पब्लिक का शानदार रिस्पांस मिल सकेगा।