रेखा: सदाबहार दिवा
रेखा, जो शालीनता और भव्यता की प्रतिमूर्ति हैं, लंबे समय से हथकरघा साड़ियों की संरक्षक रही हैं। कांजीवरम और बनारसी का उनका संग्रह प्रसिद्ध है, प्रत्येक साड़ी भारतीय बुनकरों के शिल्प कौशल को दर्शाती है। रेखा के पारंपरिक वस्त्रों के प्रति अटूट प्रेम ने उन्हें एक स्टाइल आइकन और हथकरघा फैशन की पथप्रदर्शक बना दिया है।विद्या बालन:
टाइमलेस आइकन विद्या बालन के परिधानों के चुनाव ने हमेशा भारत की कपड़ा विरासत का जश्न मनाया है। साड़ियों के प्रति उनका प्यार, खास तौर पर हथकरघा वाली साड़ियों के प्रति, जगजाहिर है। विद्या अक्सर खूबसूरत हथकरघा साड़ियों में बाहर निकलती हैं, जो साबित करती हैं कि पारंपरिक बुनाई ठाठ और समकालीन दोनों हो सकती है। उनका स्टाइल मंत्र कई लोगों को पसंद आता है, जो हथकरघा वस्त्रों के प्रति नए सिरे से प्रशंसा को प्रोत्साहित करता है।कंगना रनौत: एक सशक्त वकील
कंगना रनौत सिर्फ़ अपनी दमदार अदाकारी के लिए ही नहीं बल्कि भारतीय हथकरघा की अपनी मज़बूत वकालत के लिए भी जानी जाती हैं। चाहे कैज़ुअल डे आउट हो या रेड कार्पेट इवेंट, कंगना अक्सर हथकरघा साड़ियों और आउटफिट्स को ही चुनती हैं। उनके फ़ैशन विकल्प हथकरघा वस्त्रों की बहुमुखी प्रतिभा और सुंदरता को उजागर करते हैं, जिससे कई लोग स्वदेशी बुनाई को अपनाने के लिए प्रेरित होते हैं।यह भी पढ़ें: बांग्लादेश के मशहूर गायक Rahul Ananda के घर को जिहादियों ने लगा दी आग