बदला है सियासी समीकरण वजह ये कि जहां कांग्रेस यहां धीरे-धीरे अपना काफी जनाधार तैयार कर चुकी है। प्रियंका गांधी ने पिछले साल यहाँ जबर्दस्त दौरे किये थे। वहीं अखिलेश यादव ने अपने समाजवादी रथ यात्रा का पहला चरण भी इसी इलाके से शुरू किया था। दूसरी ओर इस बार आम आदमी पार्टी और एआईएमआईएम की मौजूदगी ने भी यहाँ के सियासी समीकरण को बदल दिया है।
बुंदेलखण्ड के चुनावी मुद्दे लगभग हर साल सूखे की मार झेलने वाले बुंदेलखंड देश का सबसे कम प्रति व्यक्ति आय वाला इलाका है। इसी के साथ ही यहां ग़रीबी और बेरोज़गारी एक बड़ी समस्या है। यहां के किसान खेती के लिए सिर्फ बारिश के पानी पर ही निर्भर रहते हैं। जिस साल बारिश नहीं उस साल फसल नहीं। वहीं यहां आवारा पशुओं की भी बड़ी समस्या है।
बीजेपी ने अपने सिटिंग कैेडिडेट पर जताया भरोसा बीजेपी ने अपनी तीसरी लिस्ट में जिन उम्मीदवारों के नामों की घोषणा की उसमें ज्यादातर सीटों पर सिटिंग कैंडिडेट पर ही भरोसा जताया है। मंडल
दो – झांसी और चित्रकूट
जिले सात – जालौन, झांसी, ललितपुर, हमीरपुर, बांदा व चित्रकूट
बुंदेलखंड की सीटें बुंदेलखंड की आबादी (2011 की जनगणना के अनुसार)