तीनों राज्य CM फेस को लेकर क्या चल रहा
बता दें कि भाजपा ने पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में किसी भी नेता को अपना CM कैंडिडेट घोषित नहीं किया था। सारे चुनाव पार्टी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम पर लड़ा और तीन राज्यों मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में जीत दर्ज की। हालांकि मध्य प्रदेश में शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में भाजपा की ही सरकार थी। लेकिन लंबे समय तक सत्ता में रहने के कारण पार्टी का शीर्ष नेतृत्व मुख्यमंत्री बदलने पर विचार कर रहा है।
आसान नहीं शिवराज का राज खत्म करना
मध्य प्रदेश में अपने विकास कार्यों के दम पर शिवराज सिंह चौहान पिछले 18 साल से सत्ता सुख भोग रहे हैं। इसके अलावा उनकी साफ सुथरी छवि के साथ ही उनके पिछड़े समाज से आना उनकी मजबूती को दिखाता है। पार्टी भी राज्य में पिछड़े समाज से ही मुख्यमंत्री बनाना चाहती है। इस बीच सूत्रों से जानकारी मिली है कि मध्य प्रदेश में सीएम शिवराज सिंह चौहान को ही राज्य की कमान मिल सकती है। हालांकि मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री को लेकर दिल्ली के भाजपा मुख्यालय में बैठक चल रही है। ऐसे में कुछ भी कहना जल्दबाजी होगा।
छत्तीसगढ़ में आदिवासी पर दांव लगाएगी पार्टी
छत्तीसगढ़ में लगातार 15 साल तक सरकार चलाने के बाद भाजपा को 2018 में हार का सामना करना पड़ा था। लेकिन इस बार के विधानसभा चुनाव में प्रधानमंत्री के करिश्माई छवि के कारण भाजपा ने फिर से सूबे में वापसी की है। पार्टी के इस जीत में आदिवासियों का अहम योगदान बतायाा जा रहा है। ऐसे में पार्टी यहां आदिवासी नेता पर दांव लगाना चाहती है। वहीं, सीएम पद की रेस में गोमती साय का नाम सबसे आगे ह। इसके अलावा अरुण साव, ओपी चौधरी और विष्णु देव साल का नाम भी सीएम पद के लिए चर्चा में है।
राजस्थान में चौंका सकता है नाम
इन तीन राज्यों में से ज्यादा अगर किसी राज्य में सीएम पद को लेकर सबसे ज्यादा गहमा गहमी है तो वो है राजस्थान। दरअसल, पार्टी ने यहां कांग्रेस को हराकर सत्ता पाई है। वहीं, इस राज्य में भी पीएम मोदी ही भाजपा के फेस थे। लेकिन राज्य की पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा की वरिष्ठ नेता वसुंधरा राजे लगाता अपने समर्थित विधायकों के साथ बैठक कर केंद्रीय नेतृत्व पर दबाव डाल रही है।
सूत्रों के मुताबिक भाजपा ने राजस्थान में किसी भी दबाव में न आकर दिल्ली से किसी नेता को राज्य की कमान सौंपाने का मन बना लिया है। ऐसे में ओम माथुर, ओम बिरला और केंद्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल का भी नाम चर्चा में है।
बता दें कि 17 नवंबर को मध्य प्रदेश के 230 विधानसभा सीटों पर मतदान हुआ, जिसके नतीजे 3 दिसंबर को सामने आए। जिसमें भारतीय जनता पार्टी ने 160 सीटों पर जीत हासिल की। वहीं वहीं 25 नवंबर को राजस्थान के 199 विधानसभा सीटों पर मतदान हुआ था, जिसका रिजस्ट 3 दिसंबर को घोषित किया गया। इस दौरान बीजेपी ने 115 सीटों पर जीत हासिल की। जबकि कांग्रेस केवल 69 सीटों पर रह गई। वहीं, छत्तीसगढ़ में नई विधानसभा चुनाव के दो चरण में 7 और 17 नवंबर को चुनाव हुआ था और वहां भाजपा ने 90 में से 54 सीटों पर जीत दर्ज किया था।