एक्सपर्ट के अनुसार यह रहे कारण
देखें पिछले छह चुनावों का परिणाम ईवीएमस्ट्रॉंग रूम में बंद -प्रशासन कई जगह मतदान पर्ची नहीं बंटवा सका। -शादी, गर्मी व लावणी का सीजन। -बूथों पर राजनीतिक दलों का कमजोर प्रबंधन। -प्रशासन ने जो अपील मतदान के दिन की, वह दो दिन पहले करनी थी। -पानी को लेकर कई गांवों में बहिष्कार । -प्रवासियों की रूची कम रही। -युवा मतदाता कम आए।
-पार्टी के स्तर पर मतदाताओं के लिए वाहनों की व्यवस्था में कमी।
वर्ष मतदान प्रतिशत: परिणाम
1998 67.08 कांग्रेस जीती 1999 57.00 कांग्रेस जीती 2004 56.75: कांग्रेस जीती 2009 42.03: कांग्रेस जीती 2014 59.42: भाजपा जीती 2019 62.11: भाजपा जीती 2024 52.29 चार जून को पता चलेगा
दोनों दलों के तर्क
कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता यशवर्धन सिंह शेखावत ने कहा कि पुराने ट्रेंड से पता चलता है कि जब भी मतदान का प्रतिशत कम हुआ है, कांग्रेस को जीत मिली है। गांवों में मतदान का प्रतिशत ज्यादा होना कांग्रेस के पक्ष में है।भाजपा के जिला प्रवक्ता कमलकांत शर्मा ने कहा कि जब सरकार का विरोध होता है तो मतदान प्रतिशत बढ़ता है, इस बार राजस्थान व केन्द्र सरकार का विरोध नहीं, इस कारण मतदान प्रतिशत कम रहा है। भाजपा हर हाल में जीतेगी।
विधानसभा क्षेत्र मतदान प्रतिशत
पिलानी 49.11% सूरजगढ़ 50.50% झुंझुनूं 57.28% मंडावा 54.06 % नवलगढ़ 51.44% उदयपुरवाटी 55.28 % खेतड़ी 48.03 % फतेहपुर 52.02 % (इस परिणाम में मामूली बदलाव संभव है) इसके अलावा परिणाम के दिन सर्विस मतदाताओं के मतपत्र भी बढेंगे।