ग्वालियर शहर में कुल 2 लाख 91 घरेलू कनेक्शन है, इनके मुकाबले घरों में सिर्फ 2000 सोलर पैनल से ही बिजली पैदा हो रही है। ग्वालियर शहर के उत्तर और दक्षिण संभाग में सबसे कम सोलर पैनल लगे हैं। वहीं उद्योगों में सोलर पैनल लगाने के लिए लोग जागरुक नहीं है। साथ ही महंगे होने के कारण लोग दिलचस्पी भी नहीं दिखा रहे हैं।
केंद्र सरकार पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना से घरों के छत पर सोलर पैनल लगवा कर मुफ्त बिजली की सुविधा प्रदान करना है। उम्मीद है कि इस योजना के तहत लोग सोलर पैनल लगवाकर बिजली पैदा करेंगे। इस योजना के माध्यम से लोगों के घरों में आने वाले बिजली बिल में कमी आएगी। इस योजना के जरिए हर घर रोशन होगा और बिजली बिलों में बचत होगी। साथ ही सोलर पैनल लग जाने से पर्यावरण भी स्वच्छ रहेगा।
- गर्मियों में बिजली की खपत 83 लाख यूनिट तक पहुंच रही है। ज्यादा खपत वाले उपभोक्ता यदि घर व संस्थानों में सोलर पैनल से बिजली पैदा करने लगे तो लोड कम हो सकता है। गर्मी में करीब 20 से 22 करोड़ यूनिट खर्च होती है, जबकि ग्वालियर में सौर ऊर्जा से 11 से 12 लाख यूनिट ही पैदा हो रही है।
- शहर में चलने वाले ई-व्हीकल फिलहाल घरेलू बिजली से चार्ज हो रहे हैं। यदि ये वाहन ई-व्हीकल चार्जिंग स्टेशन से चार्ज होने लगे तो घरेलू बिजली की खपत कम होगी। शहर में सौर ऊर्जा के चार्जिंग स्टेशन बनाए जाना प्रस्तावित है। चार्जिंग की पचास फीसदी खपत को सौर ऊर्जा पर शिफ्ट करना।
- सोलर ग्रीन सिटी के तहत शहर के सरकारी दफ्तर, जलापूर्ति, स्ट्रीट लाइट, स्कूल, आंगनबाड़ी, अस्पताल, उद्यान को सौर ऊर्जा पर शिफ्ट करना। ज्यादा भार वाले घर, संस्थान, दुकान, उद्योग-संस्थान आदि को 50 प्रतिशत खपत तक सौर ऊर्जा पर ले जाना का लक्ष्य रखा है, यदि यह सफल हो गया काफी राहत मिलेगी।
ग्वालियर में अप्रेल से जून तक गर्मी के कारण बिजली की डिमांड दो गुना हो जाती है। यदि उपभोक्ता सौर ऊर्जा से बिजली पैदा करने लगे तो काफी राहत मिल जाएगी, साथ ही ओवर लोडिंग की समस्या से भी निजात मिल जाएगी। अभी जिन उपभोक्ताओं ने छतों पर सोलर पैनल लगाए हैं, उनको बिजली बिल सहित लाइट की समस्या से राहत मिल रही है।
- नितिन मांगलिक, महाप्रबंधक शहर वृत ग्वालियर