कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने कहा यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है कि 700 से ज्यादा किसानों की शहादत के बाद भी प्रधानमंत्री के मुख से शहीद किसानों के लिए श्रद्धांजलि के एक शब्द नहीं निकले। लगातार केंद्र सरकार ने और स्वयं प्रधानमंत्री ने किसान आंदोलन को बदनाम करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। कभी आंदोलनजीवी, कभी खालिस्तानी और कभी मवाली कहकर अन्नदाताओं का जो घोर अपमान किया है, उसकी भरपाई कैसे होगी।
लल्लू ने बताया कि प्रियंका गांधी ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर मांग की है कि प्रधानमंत्री आपके बगल में बैठे गृहराज्यमंत्री अजय मिश्रा टेनी के पुत्र ने जो पिछले समय लखीमपुर में गाडिय़ों से कुचलकर किसानों की निर्मम हत्या कर दी थी एवं आपके सरकार की एजेन्सी ने जांच की थी। उस एजेन्सी ने बताया कि आशीष मिश्रा का उस घटना में हाथ है। फोरेन्सिक रिपोर्ट में साफ-साफ लिखा है कि उसकी बन्दूक से ही घटना को अन्जाम दिया गया है। इतने सारे साक्ष्य के बाद भी गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी का बरखास्त ना होना, उनके खिलाफ कार्यवाही ना होना यह साबित करता है कि सरकार कातिलों को संरक्षण देकर कातिलों के साथ खड़ी है।
अजय कुमार लल्लू जी ने बताया कि श्रीमती प्रियंका गांधी ने अपने पत्र के माध्यम से मांग की है कि किसान आन्दोलन में जिन 700 किसानों ने अपनी शहादत दी है उनके परिवार जनों को आर्थिक मदद दी जाये। एमएसपी की गारन्टी योजना बनाई जाये और जो तीन काले कानून हैं। उनके लिए अध्यादेश लाने की व्यवस्था सरकार द्वारा सुनिश्चित की जाये। इन सभी मांगों को सरकार शीघ्र से शीघ्र पूरा करे।