पढ़ाई के दौरान मिला गोल्ड मेडल (Success Story)
आलोक राज बिहार के मुजफ्फरपुर जिला के रहने वाले हैं। वे 1989 बैच के आईपीएस (Alok Raj IPS Bihar) अधिकारी हैं। उन्होंने पटना विश्वविद्यालय से जियोलॉजी में एमएससी की पढ़ाई की है। पटना विश्वविद्यालय में पढ़ाई करते हुए उन्होंने गोल्ड मेडल जीता। इसके बाद उन्होंने यूपीएससी सीएसई की परीक्षा दी। पहली पोस्टिंग से हुए मशहूर (Bihar DGP)
आलोक राज की पहली पोस्टिंग पटना सिटी के सहायक पुलिस अधीक्षक (एएसपी) के रूप में हुई थी। इस दौरान खतरनाक अपराधियों के साथ मुठभेड़ में उन्हें मार गिराने के लिए वरिष्ठ IPS को वीरता पदक से सम्मानित किया गया था। इसके अलावा उन्हें वर्ष 2008 में सराहनीय सेवा पदक और वर्ष 2016 में विशिष्ट सेवा पदक प्रदान किया गया। आलोक राज के असाधारण योगदान ने उन्हें देश के प्रतिष्ठित पुलिस अधिकारियों की श्रेणी में शामिल कर दिया है।
संभाल चुके हैं ये महत्वपूर्ण पद (Success Story)
आईपीएस आलोक राज रांची, गुमला, पश्चिमी सिंहभूम, देवघर, हजारीबाग, सीतामढ़ी आदि कई जिले में बतौर एसपी काम कर चुके हैं। उन्होंने साल 2004 से लेकर 2011 तक केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल में कार्य किया है। इस दौरान उन्हें 4 बार प्रशंसा डिस्क से सम्मानित किया गया था। इतना ही नहीं उन्होंने इटली में संयुक्त राष्ट्र संघ की शांति सेना के उच्च स्तरीय प्रशिक्षण में भी भाग लिया, जिससे उनकी अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी पहचान बनी। बिहार लौटने के बाद उन्होंने राज्य की विशेष शाखा, सीआईडी और विधि-व्यवस्था के एडीजी के रूप में महत्वपूर्ण भूमिकाएं निभाई हैं। इसके अलावा आईपीएस राज बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस, प्रशिक्षण, और बिहार पुलिस भवन निर्माण निगम के महानिदेशक की जिम्मेदारी भी संभाली है।